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कोकाकोला औऱ वियाग्रा जैसी चीज़ों आविष्कार गलती से हुआ था, जानकर आप हो जायेंगे हैरान !

आविष्कार

आविष्कार –  ”करने कुछ और चले थे लेकिन हो कुछ और ही गया”, क्या हुआ आप मेरे इस जुमले का मतलब नहीं समझे…

अरे अक्सर हमारी ज़िंदगी में ऐसा होता है ना कि हम कुछ और करने जा रहे होते हैं लेकिन हो कुछ और ही जाता है, पर ग़लती से हम जो कर देते हैं उसके परिणाम इतने अच्छे होते हैं कि बाद में हमे हमारी गलती अच्छी लगने लगती है।

अगर आपके साथ कभी ऐसा नहीं हुआ है और आप इस बात पर बिलीव नहीं करते हैं तो कोई बात नहीं, इस पूरे लेख को पढ़ने के बाद आप ज़रूर ही मेरी बात पर विश्वास करेंगे तो चलिए आपको बताते हैं कि किस वजह से मै ऐसा कर रही हूं।

आज मै आपको कुछ ऐसी खास चीज़ों के बारे में बताने जा रही हूं जिनकी खोज असल में गलती से हुआ था लेकिन बाद में ये अविष्कार इतने पॉपुलर हुए कि इन गलतियों को करने वालों को भी खुद पर नाज़ हो रहा होगा।

आइए जानते हैं गलती से हुए आविष्कार के बारे में…

पोटैटो चिप्स- क्या आप जानते हैं कि हल्की-फुल्की भूख में हमारे साथी और चाय-कॉफी के परफेक्ट पार्टनर चिप्स का आविष्कार भी गलती से हुआ था।  दरअसल, हुआ कुछ ऐसा था कि जॉर्ज क्रम नाम के शेफ अपने एक कस्टमर के लिए फ्रेंच फ्राई तैयार कर रहे थे। कस्टमर की डिमांड थी कि फ्रेंच फ्राई थोड़ी पतली और कुरकुरी हो और ऐसा करते-करते ग़लती से चिप्स का आविष्कार हो गया था।

पेसमेकर- कईं दिलों की धड़कनों को सलामत रखवने वाले पेसमेकर का आविष्कार भी़ ग़लती से हुआ था। दरअसल,  इलेक्ट्रिक इंजीनियर ‘जॉन होप्स’ के प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे थे, इसी प्रोसेस के दौरान उन्हे महसूस हुआ कि अगर दिल ठंड की वजह से धड़कना बंद कर दे तो उसे फिर से उत्तेजना देकर धड़काया जा सकता है, इसी तरह से पेसमेकर का आविष्कार हुआ।

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पेनसिलिन- वैज्ञानिक ‘अलेक्जेंडर फ्लेमिंग’ एक ऐसी दवा का आविष्कार करने की कोशिश कर रहे थे जिससे घाव तुरंत भर जाएं लेकिन बार-बार प्रयोग करने के बाद भी उन्हे सक्सेस नहीं मिल पा रही थी और इसी बात से गुस्से में आकर उन्होने अविष्कार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कईं चीज़ों को उठाकर फेंक दिया लेकिन कुछ दिनों बाद जब उन्होने गौर किया तो पाया कि जहां वो चीज़ें जमा हुई थी वहां के सारे बैक्टीरिया मर गए थे और इस तरह पेनसिलिन का आविष्कार हुआ।

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कोकाकोला- कोकाकोला यानी की ऑलटाइम फेवरेट कोल्डड्रिंक, जिसे पीना हर किसी को पसंद आता है लेकिन असल में इसका बनना भी एक गलती ही था । सिर दर्द के इलाज के लिए दवा बनाने के लिए एक फार्मासिस्ट ने कोला नट और कोला की पत्तियों  के साथ कुछ प्रयोग किया और इसी प्रयोग के दौरान जब गलती से उन्होने इन दोनों को कार्बोनेटेड वाटर यानी की सोडा वाटर के साथ मिला दिया तो कोकाकोला बना।

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वियाग्रा- वियाग्रा असल में फाइजर के दर्द के लिए बनाई जा रही एक दवाई बनाते समय गलती से बनी। इस दवा के दर्द का तो निवारण नहीं हुआ लेकिन पुरूषों की यौन शक्ति को बढ़ाने में इस दवाई ने बहुत सहायता की।

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माइक्रोवेव- माइक्रोवेव का आविष्कार भी गलती से ही हुआ था। असल में पर्सी स्पेंसर नए वैक्यूम ट्यूब के जरिए रडार से जुड़े रिसर्च कर रहे थे। इस दौरान गलती से माइक्रोवेव का आविष्कार हुआ।

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ये बातें जानना तो बहुत दिलचस्प है ही  लेकिन इनके ज़रिए आप ये भी समझ सकते हैं कि हर बार ग़लती, ग़लत के लिए नहीं होती बल्कि कईं बार गलती के परिणाम अच्छे भी हो सकते हैं जैसा कि ऊपर दिए गए सारे उदाहरणों से आप समझ ही सकते हैं।