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महाभारत काल से ही चला आ रहा है इंटरनेट और सैटलाइट का ज़माना

पिछले दिनों त्रिपुरा के मुख्‍यमंत्री बिपलब देब के महाभारत वाले बयान पर सोशल मीडिया में बवाच मचा हुआ है।

त्रिपुरा के मुख्‍यमंत्री बिपलब देब का कहना है कि महाभारत काल में भी इंटरनेट की सुविधा हुआ करती थी। अपने इस बयान की वजह से बिपलब देब विवादों में फंस गए हैं। उनका कहना है कि तकनीक का विकास तो भारत में हज़ारों साल पहले ही हो चुका था और यहां पर इंटरनेट का आविष्‍कार लाखों साल पहले का है।

अपनी बात को सच साबित करने के लिए उन्‍होंने महाभारत का उदाहरण पेश किया। उनके इस बयान का समर्थन राज्‍यपाल ने भी किया।

सीएम देब का कहना है कि भारत के पास इंटरनेट की तकनीक महाभारत काल में ही आ गई थी और इसका उदाहरण है धृत्‍राष्‍ट्र और संजय। संजय इंटरनेट की मदद से ही धृत्‍राष्‍ट्र को सारा वृतांत बताया करते थे। साथ ही उन्‍होंने यह भी कहा कि उस समय देश में सैटलाइट भी मौजूद थी और ये लाखों साल पहले तकनीक के मौजूद होने का प्रमाण है। उन्‍होंने कहा कि भले ही लोग इसे नकार दें लेकिन ये बात सच है।

अपने तर्क को सही ठहराते हुए सीएम देब ने कहा कि छोटी सोच वाले लोगों को इस सच पर विश्‍वास नहीं होता है। लोग यहां काम करना चाहते हैं लेकिन सपने दूसरे देशों के देखते हैं। सीएम देब ने आगे बताया कि वो ऐसे देश में जन्‍म लेने पर गर्व महसूस करते हैं जहां लाखों साल पहले अत्‍याधुनिक तकनीक मौजूद थी। जो देश खुद को तकनीक के मामले में सरताज समझते हैं वो हमारे देश की प्रतिभा से खुद को इस क्षेत्र में आगे बढ़ा रहे हैं।

वैसे सीएम देब ने जो तर्क दिया है उससे तो लगता है कि वाकई में महाभारत काल में सैटलाइट और इंटरनेट की तकनीक हुआ करती थी क्‍योंकि लोग एक जगह बैठकर ही दूसरी जगह का पता लगा लिया करते थे।

श्रीकृष्‍ण ने भी द्रौपदी की चीरहरण से रक्षा वहां अनुपस्थित होकर ही की थी और जब पांडव हस्तिनापुर छोड़कर इंद्रप्रस्‍थ आए तो उन्‍होंने भी तकनीक की मदद से ही कुछ ही समय में पूरा महल तैयार कर लिया था जोकि हाईटैक तकनीक से लैस था।

अगर ये सब सच है तो एक बात तो साफ हो जाती है कि सबसे पहले इंटरनेट और तकनीक की सुविधा भारत में आई थी जबकि तकनीके के मामले में दूसरे देशों के मुकाबले भारत को काफी पिछड़ा हुआ बताया जाता है जोकि सच नहीं है।

आज इंटरनेट हम सभी की जिंदगी का अहम हिस्‍सा बन गया है और अब एक दिन भी हम इसके बिना नहीं रह सकते हैं। मोबाइल और इंटरनेट का साथ तो जैसे पति और पत्‍नी जैसा हो गया है जो एक पल के लिए भी एक-दूसरे के बिना अच्‍छे नहीं लगते हैं। आप भी खुद ही सोचिए कि क्‍या आप एक दिन के लिए भी इंटरनेट या मोबाइल के बिना रह सकते हैं, नहीं ना..

शायद मुख्‍यमंत्री बिपलब देब ने सही बात कही है कि सबसे पहले तकनीक भारत में ही आई थी और भारत ही इसका जन्‍मदाता है और यहीं से तकनीक दूसरे देशों तक पहुंचा है।

Parul Rohtagi

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