प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही इंदिरा कड़े निर्णय लेने के लिए प्रसिद्ध थी.
इंदिरा दूरदर्शी भी थी. जब 1971 में पूर्वी पाकिस्तान ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया तो इंदिरा गाँधी ने पूरा समर्थन दिया.
इसका नतीजा था 1971 का भारत पाकिस्तान युद्ध. इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान के घुटने टेक दिए और पूर्वी पाकिस्तान आज़ाद हुआ. वही पूर्वी पाकिस्तान जिसे आज हम बांग्लादेश के नाम से जानते है.
इंदिरा को पता था अगर पश्चिमी और पूर्वी पाकिस्तान के बीच में भारत रहा तो दोनों को संभालना अधिक मुश्किल है. इसलिए अगर ये दो अलग अलग देश बन जाते है तो उन्हें आसानी से संभाला जा सकता है.