सुहैब इलियासी – आपमें से हर किसी ने ‘इंडियाज़ मोस्ट वॉन्टेड’ का नाम सुना होगा।
ये देश का पहला क्राइम शो था जिसे हर कोई देखता था और जिसने सुहैब इलियासी को रातों-रात जगत में जाना-पहचाना चेहरा बना दिया। ये देश का पहला शख्स था जिसने अपराध जगत से जुड़ी घटनाओं को पहली बार एंटरटेनमेंट प्रोग्राम बनाकर चैनल की टीआरपी बढ़ाने का काम किया था।
आप यूं कह सकते हैं कि यहीं से वर्तमान के प्रोग्राम ‘क्राइम पेट्रोल‘ और ‘सावधान इंडिया‘ की नींव पड़ी।
देश का पहला क्राइम शो ‘इंडियाज़ मोस्ट वॉन्टेड’
‘इंडियाज़ मोस्ट वॉन्टेड’ देश का पहला क्राइम शो है जिसे एक समय में सबसे ज्यादा टीआरपी पाने वाला शो माना गया था। इसने सुहैब इलियासी को नई ऊंचाईयों पर पहुंचा दिया था। लेकिन क्या कभी किसी ने ये सोचा था कि देश का पहला क्राइम शो लाने वाला इलियासी खुद कभी जेल के पीछे जाएगा।
खुद जाता था तह तक
‘इंडियाज़ मोस्ट वॉन्टेड’ की खासियत थी कि ये पूरी तरह से रियल होती है। अपराध से जुड़ी कहानियों को पर्दे पर दिखाने के लिए इलियासी ख़ुद उसकी तह तक जाता था और उससे जुड़े हर पहलूओं की जांच करता था। यूं कहा जा सकता है कि टीवी पर Investigative Journalism का सबसे पहले प्रोयग इलियासी ने ही किया था। इलियासी ने खुद ही इस तरह के शो की ज़मीन तैयार की थी और इसके शो व पत्रकारिता का ऐसा असर था कि अपराधी भी इलियासी के नाम से ख़ौफ़ खाते थे।
लेकिन निजी जिंदगी भी फिल्म से कम नहीं
लेकिन सुहैब इलियासी की निजी जिंदगी भी कोई टीवी के शो या फिल्म से कम नहीं है। दिल्ली में पैदा हुए इलियासी ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर से जर्नालिज्म की पढ़ाई की। ये कॉलेज इंडिया में मास कम्युनिकेशन के लिए बेस्ट कॉलेज में शुमार है। इसी कॉलेज में इलियासी की मुलाकात अंजू से हुई। इन दोनों को प्यार हुआ। लेकिन धर्म बीच में आ गया। फिर भी प्यार को तो कोई नहीं रोक सकता। इन्होंने भी लंदन में जाकर शादी कर ली। लेकिन शादी के बाद की जिंदगी प्यार की जिंदगी से बहुत अलग होती है। शादी के बाद जिंदगी में दो लोग, परिवार, घर, करियर…
सबकुछ होता है लेकिन प्यार नहीं होता। यही इलियासी के साथ भी हुआ। दोनों की शादी के बाद की जिंदगी वैसी नहीं हुई जैसा की उन दोनों ने सपना देखा था।
एक साल बाद ही होने लगी तकरार
शादी के एक साल बाद ही दोनों के बीच झगड़े होने लगे। स्थिति तलाक तक पहुंच गई और अंजू ने तलाक लेने का फैसला किया।
लेकिन जैसे-तैसे सुहैब इलियासी ने अंजू को समझाया और वह भी समझ गई। फिर दोनों साथ रहने लगे। इसी दौरान 1998 में इलियासी ने देश का पहला क्राइम शो ‘इंडियाज़ मोस्ट वॉन्टेड’ बनाया। ये शो रातों-रात हिट हो गया और अभी सफलता की नई कहानियां लिखने लगा। लेकिन इसी बीच पति-पत्नी में फिर झगड़े शुरू हो गए। अंजू इलियासी को छोड़ कर अपनी बहन के पास कनाडा चली गईं।
लेकिन जैसे-तैसा सुहैब इलियासी ने उसे फिर से मना कर वापस देश बुला लिया। यहां लौट कर इलियासी ने एक सॉफ़्टवेयर कंपनी खोली जिसमें अंजू को 25% शेयर दिए गए। इस कंपनी का नाम उन्होंने अपनी बेटी आलिया के नाम पर रखा।
हुई रहस्यमयी मौत
लेकिन इसी बीच 10 जनवरी 2000 को दिल्ली के मयूर विहार स्थित फ्लैट में अंजू रहस्यमयी तरीके से मरी हुई पाई। जिसके बारे में इलियासी ने आत्महत्या की कहानी गढ़ी। पुलिस भी इलियासी की बातों से सहमत हो गई और इस केस को बंद कर दिया। लेकिन अंजू के परिवार वाले इलियासी के बात से कभी सहमत नहीं हुए।
बाद में कनाडा से अंजू की बहन रश्मि आई औऱ उसने इस केस को दोबारा खुलवाया। बाद में अंजू की मां ने कोर्ट से मांग की कि इलियासी पर हत्या का मामला चलाया जाए। उस समय कोर्ट ने तो ये मांग नहीं मानी लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने 2014 में निर्देश दिया कि इलियासी पर हत्या का केस चलाया जाए औऱ अब 17 साल बाद कोर्ट ने इलियासी को दोषी माना। अदालत ने इलियासी को उम्रकैद की सजा सुनाई है और 10 लाख रुपये अंजू के घरवालों को देने के लिए कहा है।