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देश की पहली सोलर ट्रेन में खास है ये बातें !

सोलर ट्रेन

हाल ही में भारत ने अपनी पहली सोलर ट्रेन – सोलर एनर्जी से चलने वाली ट्रेन दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से रवाना की है।

उर्जायुक्त डीजल इलेक्ट्रिक मल्टिपल यूनिट यानि  DEMU,  रेलवे का खर्च तो कम करेगी ही साथ ही प्रदूषण भी कम करेगी।

तो चलिए आपको बताते हैं देश की पहली सोलर ट्रेन के बारे में खास बातें -:

सोलर ट्रेन

1 – 8 बोगियों में 16 पैनल

8 बोगियों वाली इस ट्रेन में कुल 16 सोलर पैनल लगाए गए हैं जोकि 300 वॉट की बिजली प्रदान करेंगे। इसकी मदद से रेलवे को हर साल 21000 लीटर डीजल का फायदा होगा और 2 लाख रुपये मुनाफा भी मिलेगा।

2 – मेक इन इंडिया प्‍लान

इस पूरे प्रोजेक्ट में मेक इन इंडिया के तहत 54 लाख का खर्च आया है और ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ है कि सोलर पैनल्स को रेलवे में ग़्रिड के रूप में इस्तेमाल किया गया हो।

3 – अधिकतम रफ्तार

DEMU ट्रेन सराय रोहिल्ला स्‍टेशन से लेकर हरियाणा के फारूख नगर स्टेशन तक का रास्ता कवर करेगी। ट्रेन कि अधिकतम स्पीड 110 किमी प्रति घंटे रहेगी।

4 – महिलाओं और दिव्‍यांगों के लिए अलग कंपार्टमेंट

करीबन 1,500 एमएम चौड़े दरवाजे ट्रेन के दोनों तरफ हर एक कोच में लगाए गए हैं जिन्हें खिसकाया भी जा सकता है। महिलाओं व दिव्यांगो के लिए ट्रेन में सीटें एवं कम्पार्टमेंट्स का अलग से प्रबंध किया गया है। ट्रेन की यात्री क्षमता 2,882 है।

5 – पर्यावरण को फायदा

साल में लगभग 9 टन कार्बन डाइऑक्साइड कम उत्सर्जित होगी। सोलर पैनल इस्तेमाल करने का यह बहुत बडा फायदा है। देखा जाए तो यह पर्यावरण को बचाने की बडी उपलब्धि होगी।

रेलवे बोर्ड की मानें तो इस सोलर ट्रेन से रेलवे को हर साल 700 करोड़ रुपये की बचत होगी और सोलर पैनलों की वजह से रेलवे हर साल 5.25 लाख लीटर तक का डीजल बचा पाएगी, जिससे वह प्रति ट्रेन 3 करोड़ रुपये तक बचा पाएंगें।