भारत के खतरनाक डाकू – आज के समय में डाकू सिर्फ आपको फिल्मों और कहानियों में ही देखने और सुनने को मिलेंगे.
लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग डाकुओं का छात्र राज्य चला करता था. इन डाकूओं का आतंक लोगों के दिलों में बना हुआ रहता था. डाकू हत्या करने, लूट मचाने जैसी वारदातों को अंजाम दिया करते थे.
आज हम आपको भारत के खतरनाक डाकू – भारत देश के 5 उन डाकुओं के बारे में बता रहे हैं, जिनसे ना सिर्फ इलाके के लोग डरते थे, बल्कि पुलिस भी उनके डर से कांपती थी.
भारत के खतरनाक डाकू –
१ – मान सिंह –
डाकू मान सिंह का जन्म आगरा में हुआ था. इलाके के लोग मानसिंह को रॉबिनहुड के नाम से जानते थे. मान सिंह सिर्फ दौलतमंदों के पैसे लूटा करता था. और गरीबों में बांट दिया करता था. कहते हैं कि डाकू मान सिंह ने कभी किसी महिला, गरीब लोगों पर या फिर बच्चों पर किसी तरह का कोई अत्याचार नहीं किया. मान सिंह सिर्फ दौलतमंदों को हीं लूटा करता था. डाकू मान सिंह की मृत्यु 1955 में एक पुलिस एनकाउंटर में हो गई थी.
२ – वीरप्पन –
डाकू वीरप्पन का नाम तो आपने सुना हीं होगा. बेहद खतरनाक आपराधिक किस्म का, व्यक्ति कहना तो जैसे गुनाह हीं है, क्योंकि ये डाकू इतना खतरनाक था कि इसके दहशत से इलाके के लोग थर-थर कांपते थे. पुलिस भी इसके आस-पास भटकने से कतराते थे. तमिलनाडु और केरल के जंगलों में वीरप्पन ने अपना पूरा दबदबा बना रखा था. 1970 से डाकू वीरप्पन ने अपने आपराधिक कारनामों को अंजाम देने की शुरुआत की थी. और पहली बार 1972 में गिरफ्तार हुआ था. डाकू वीरप्पन ने हाथी के दांतों और चंदन की लकड़ियों की तस्करी करने की शुरुआत कर दी थी. और बाद में इसने उन लोगों को भी मृत्यु के घाट उतारने लगा, जो इसके आपराधिक कारणों में किए बीच पड़ता. साल 2014 में हुए एक पुलिस एनकाउंटर में डाकू वीरप्पन की मृत्यु हुई थी.
३ – निर्भय सिंह गुज्जर
चंबल के सबसे आखरी बड़े डाकुओं में से एक नाम था निर्भय सिंह गुर्जर का. इसके गुट में कुल 70 से 75 डकैत शामिल थे. इनके गुट के हर डकैत एके-47 राइफलों से लैस होते थे. निर्भय सिंह गुर्जर के हर डाकू के पास नाइट विजन दूरबीन, बुलेट प्रूफ जैकेट और मोबाइल फोन के भरमार होते थे. इस खतरनाक डाकू की मौत पुलिस की गोली से हीं साल 2005 में हुई थी.
४ – सुल्ताना डाकू –
दोस्तों डाकू मानसिंह की तरह हीं.सुल्ताना डाकू को भी गरीब लोगों का मसीहा माना जाता था. लेकिन दहशत ऐसी की किसी की भी हिम्मत नहीं होती उनके सामने सर उठाने की. दौलतमंदों को लूटकर हमेशा गरीबों की मदद करना इसकी फितरत थी. डाकू सुल्तान को ब्रिटिश सरकार ने नजीबाबाद में फांसी पर लटका दिया था.
५ – फूलन देवी –
फूलन देवी एक ऐसी महिला डाकू रही, जिनकी ज़िंदगी पर कई डॉक्यूमेंट्री फिल्में बनाई गई. 1980 के दशक के शुरुआती दिनों में चंबल की सबसे खतरनाक डाकू के रूप में जानी जाती थी. इनके डकैत बनने की पीछे की कहानी लोगों के रोंगटे खड़े कर देने वाली है. फूलन देवी के साथ उंचे बिरादरी के लोगों ने एक बार नहीं, बल्कि कई बार बलात्कार किया. और इनके साथ मारपीट की. इसी वजह से सिस्टम के खिलाफ आवाज उठाने की खातिर, फूलन देवी ने बंदूक का सहारा लिया. और बन गई डाकू फूलन देवी. साल 2011 में एक अनजान व्यक्ति के द्वारा फूलन देवी की हत्या की गई थी.
ये है भारत के खतरनाक डाकू, जिनमें से किसी ने मजबूरी की वजह से बंदूक उठाया, तो किसी ने गरीबों का मसीहा बनने की खातिर बंदूक का सहारा लिया, तो किसी ने जबरदस्ती अपने आप को इस पेशे में डाल दिया. वजह जो भी हो, इन डाकुओं ने लोगों के बीच दहशत का जो माहौल बना कर रखा था, उसकी चर्चा आज भी होती है. और सदियों तक होती रहेगी.
आज के समाज में इस तरह के डाकू भले ना हों, लेकिन गौर फरमाएंगे तो आपको अपने आस-पास ना जाने कितने डाकू दिख जाएंगे, जो बाहर से दो सभ्य नजर आते हैं. लेकिन उनके अंदर ना जाने कितने डाकुओं के गुण भरे पड़े होते हैं. आवश्यकता है इस समाज से उस डाकू रुपी मनुष्य को खत्म करने की, जिसकी वजह से हमारे समाज में आए दिन कलंक लगते रहते हैं.