ENG | HINDI

84 प्रतिशत भारतीय अपने पार्टनर से करते हैं अपना पासवर्ड शेयर

पार्टनर जो करते है पासवर्ड शेयर

पार्टनर जो करते है पासवर्ड शेयर – आपने अकसर सुना और देखा होगा कि लोग अपने पार्टनर से अपने फोन या सोशल मीडिया अकाउंट का पासवर्ड छिपाते हैं। ऐसा वो या तो कुछ छिपाने के लिए करते हैं या फिर अपनी प्राइवेसी के लिहाज़ से ऐसा करते हैं लेकिन हाल ही में हुई रिसर्च इस बात का पूरी तरह से खंडन करती है।

जी हां, हाल ही में हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि पार्टनर जो करते है पासवर्ड शेयर – अब लोगों को अपने पार्टनर से अपना कोई भी पासवर्ड शेयर करने में परहेज़ नहीं है। 84 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि रिश्‍ते में प्राइवेसी जरूरी है लेकिन अपना पासवर्ड और पिन नंबर शेयर कर सकते हैं।

मैकफी की एक रिपोर्ट में इस बात की सलाह दी गई है कि लोगों को अपनी निजी जानकारी साझा करते हुए थोड़ी सतर्कता बरतनी चाहिए।

इस रिसर्च में हिस्‍सा लेने वाले लोगों का कहना था कि अपने पार्टनर से पासवर्ड शेयर करने में क्‍या बुराई है, पार्टनर कोई बाहरी व्‍यक्‍ति तो नहीं है और आपातकाल की स्थिति में इसकी जरूरत पड़ सकती है।

स्‍टडी के मुताबि, 77 प्रतिशत भारतीय ये मानते हैं कि टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल उनके रिश्‍तों का हिस्‍सा है जबकि 67 फीसदी लोगों का मानना है कि उनका साथी उनसे ज्‍यादा इंटरनेट डिवाइसों में रुचि लेता है।

मैकफी के प्रबंध निदेशक और उपाध्‍यक्ष वेंकट कृष्‍णापुर का कहना है कि आज की कनेक्‍टेड लाइफस्‍टाइल में रोज़ के काम और यहां तक कि ग्राहकों के साथ कॉन्‍टैक्‍ट टेक्‍नोलॉजी और ऐप्‍स के ज़रिए होता है। टेक्‍नोलॉजी पर निर्भरता के कारण हम अनजाने में अपनी निजी जानकारियां शेयर कर लेते हैं। लोगों को अपने पासवर्ड जैसी निजी जानकारियां शेयर करने से सतर्क रहना चाहिए और सुधारात्‍म्‍क उपाय करने चाहिए।

इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि चार भारतीयों में से तीन यानि 75 फीसदी लोग अपने साथी की अटेंशन पाने के लिए उनकी डिवाइस के साथ कंपीट करना चाहते हैं। आधे से ज्‍यादा वयस्‍कों जिनकी उम्र 21 से 40 साल के बीच है, उनका कहना है कि उनके साथ ऐसा एक से ज्‍यादा बार हो चुका है।

वहीं 81 फीसदी भारतीयों का कहना है कि उन्‍हें अपने दोस्‍त, परिवार के सदस्‍यों या अपने लाइफ पार्टनर से इस बात पर बहस करनी पड़ी कि जब वो साथ होते हैं तो अपने फोन पर ज्‍यादा ध्‍यान देते हैं जबकि उन्‍हें अपने करीबियों के साथ क्‍वालिटी टाइम बिताने पर ध्‍यान देना चाहिए।

इस स्‍टडी की रिपोर्ट से तो यही बात सामने आती है कि जहां एक ओर टेक्‍नोलॉजी की वजह से दूरियां कम हो गईं हैं वहीं दूसरी ओर साथ रहने वाले लोगों के बीच दूरियां बढ़ भी गई हैं। अब लोग अपने से दूर बैठे लोगों से फोन पर चैट तो करते हैं लेकिन अपने बगल में बैठे इंसान से बात करना भूल जाते हैं और इसी वजह से कपल्‍स के बीच बहस होती है।

इसके अलावा इस स्‍टडी में यह भी चेतावनी दी गई है कि पार्टनर जो करते है पासवर्ड शेयर उन्हें थोड़ा सतर्क रहना चाहिए। ऐसा ना हो आगे चलकर वो आपकी जानकारी का गलत फायदा उठाएं और आपको पछताना पड़े।