पाकिस्तान ने भारत पर आज तक कोई हमला नहीं किया है, बल्कि उल्टा भारत ने हमेशा पाकिस्तान पर हमला किया है.
अंतिम हमला भारत ने पाकिस्तान पर 1999 में कारगिल युद्ध में किया था. और तो और सीमा पर भारतीय सैनिक, पहले पाकिस्तान सैनिकों पर हमला करते हैं.
सच क्या है अब यह बोलीवुड अभिनेता नसरूद्दीन शाह जी बतायें?
थोड़ा और गहराई में जाए तो सच शायद यह भी है कि मुंबई और संसद पर हमला करने वाले पाकिस्तान से कोई वास्ता नहीं रखते थे. इन लोगों का तो ब्रेनवाश भारत ने ही किया था, खुद पर हमला करने को. हम अपनी सेना का भी ब्रेनवाश करते हैं कि पाकिस्तान एक दुश्मन देश है.
ऊपर लिखा सब कुछ पढ़कर आपको तो यही लगता होगा कि हम यह सब क्या लिख रहे हैं? सच तो यह है कि हमेशा पाकिस्तान ने भारत पर हमले किये हैं. आज तक पाकिस्तान ने भारत को खून से लाल किया है, तब ऐसे में क्या पाकिस्तान को हम अपना दुश्मन नहीं माने क्या?
अभी हाल ही में बोलीवुड अभिनेता नसरूद्दीन शाह ने एक चैनल पर इंटरव्यू में बोला कि पाकिस्तान कोई दुश्मन देश नहीं है, भारतीयों की ब्रेन वॉशिंग हो रही है कि पाकिस्तान एक दुश्मन देश है?
क्या आपको लगता है कि भारत में पाकिस्तान को लेकर, आप लोगों के दिमाग को वाश किया जा रहा है?
बोलीवुड अभिनेता नसरूद्दीन शाह को भी ऊपर लिखी बातों का जवाब देना चाहिए. क्या पाकिस्तान ने हमेशा हम पर पहले हमला नहीं किया? क्या आतंकवाद में उनकी वजह से हमारे मासूम बच्चे, मासूम महिलायें और मासूम भाई, नहीं मारे गये हैं?
आपको अपनी बात सिद्ध करते वक़्त क्या पहले यह नहीं सिद्ध करना चाहिए था कि हाँ आंतकवाद पाकिस्तान नहीं भेजता, सीमा पर हमले पाकिस्तान नहीं करता.
क्या कसाब पाकिस्तानी नहीं था? 2008 मुंबई दंगों का मास्टर ज़की-उर-रहमान लखवी क्या पाकिस्तान से नहीं है?
इतने के बाद भी आप यही बोलोगे क्या, कि पाकिस्तान भारत के लिए दुश्मन नहीं है? भारतीयों का ब्रेनवाश कोई नहीं कर रहा है, पाकिस्तान ने अपनी इमेज खुद ऐसी बनाई है.
और जितने पाकिस्तानी अभिनेता और क्रिकेट वक्ता, यहाँ प्यार और पैसा प्राप्त कर रहे हैं, आप (नसरूद्दीन शाह) इस बात को कैसे नजरंदाज़ कर सकते हैं?
अब जनता ही तय करे कि क्या पाकिस्तान को लेकर आप लोगों का कोई ब्रेनवाश कर रहा है? क्या पाकिस्तान हमारे साथ कभी भाई की तरह रहा हमारे साथ?
हर बार मिल रहे धोखों के बाद भी, अगर हम बोलें कि पाकिस्तान हमारे साथ मीठा व्यवहार कर रहा है तो नसरूद्दीन शाह जी आपको समझना होगा कि यह भारतीय जनता अंधी नहीं है, ‘ये पब्लिक है सब जानती है’.