भारत के किन्नर – हम सभी जानते हैं कि किन्नर ज्यादातर शादी और जश्न के समय पैसे मांगते दिखते हैं या ट्रैफिक सिग्नल के नीचे भीख मांगते हुए.
लेकिन आज हम आपको देश के कुछ ऐसे किन्नरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने इन सभी प्रथाओं को पीछे छोड़ते हुए अपनी एक नई पहचान बनाई. इन्होंने उस भीड़ से निकलकर कुछ ऐसा कर दिखाया की पूरी किन्नर जाति इनका सम्मान करने लग गई.
तो आइए आपको भारत के किन्नर से रूबरू कराते हैं –
भारत के किन्नर –
- पद्मिनी प्रकाश
पद्मिनी प्रकाश भारत के ऐसे पहले टीवी एंकर हैं जिन्होंने कई टीवी शो होस्ट किए हैं. इनका पहला शो लोटस टीबीतमिलनाडु में टेलिकास्ट हुआ था.
- लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी
ये एक महान किन्नर हैं जिन्होंने अपनी जाति के लिए लड़ाई लडी थी और किन्नरों को देश में थर्ड जेंडर की पहचान दिलाई. इसके अलावा लक्ष्मी कई बार किन्नरों के हक के लिए कई लड़ाईया लड़ चुकी हैं.
- आर्यन पाशा
आर्यन पाशा भले ही दिखने में किन्नर ना लगे लेकिन एक समय पर वो किन्नर ही थे. अपना ऑप्रेशन कराने के बाद उन्होंने बॉडी बिल्डिंग में अपना करियर बना लिया. आर्यन का किन्नरों को उनका अधिकार प्रदान कराने में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
- ए. रेवती
रेवती को अपनी पहचान अपनी किताब के ज़रिए मिली. यह “द तरूथ अबाउट मी” के लेखक हैं. इस किताब में इन्होंने किन्नरो के बारे में लिखा है और इनकी इसी किताब को सम्मान देते हुए द थर्ड जेंडर लिटरेचर एट दी अमेरिकन कॉलेज ऑफ मदुरई के रूप में सम्मिलित किया गया है.
- मधु किन्नर
यह छतीसगढ़ की ही नही बल्कि पूरे देश की सबसे पहली किन्नर महिला थी जो किसी शहर के लिए मेयर के चुनाव में खडी हुईं हो और मधु ना केवल चुनाव में खडी हुई थी बल्कि भाजपा के खिलाफ जीती भी थी.
ये है भारत के किन्नर – अब हमे उम्मीद है कि जब भी कोई आपसे किसी किन्नर के बारे में पूछेगा तो आपके सामने उनकी कैसी छवि आएगी और आप उन्हें गर्व से बता सकेंगे कि किन्नर भी हमारी तरह ही इंसान हैं और उन्हें भी साधारण जीवन बसर करने का हक है.