ये गाँव सफाई के लिए किसी कर्मचारी की बाट नहीं जोहता, हर एक ग्रामीण अपने गाँव की सफाई के लिए जागरूक है. महिला, पुरुष या बच्चा जो कोई भी कहीं गंदगी देखता है तो उसकी सफाई में लग जाता है. सफाई के लिए कोई किसी निर्धारित समय का इंतज़ार नहीं करता. जब कचरा दिखे उसी समय उसे साफ़ कर दो.
देखा आपने कैसे एक छोटे से गाँव के लोगों ने अपनी समझबूझ और जज्बे से अपने गाँव को ना सिर्फ बीमारी मुक्त बनाया अपितु इस गाव को इतना स्वच्छ और सुंदर बनाया कि आज हर कोई इस गाँव को भगवान् का बागीचा कहते है.