स्वच्छ भारत मुहीम को शुरू हुए एक साल से ज्यादा हो गया है, लेकिन नतीजे वैसे नहीं मिल रहे है जैसे मिलने चाहिए थे.
बहुत से लोग इस अभियान की आलोचना भी कर रहे है.
स्वच्छ भारत अभियान की सफलता के लिए एक बात हमें समझनी होगी कि सर्कार सिर्फ एक शुरुआत कर सकती है. अभियान की सफलता या असफलता हमारे हाथ में है, आज हमारे देश में हालात ऐसे है कि सरकार का विरोध करने के लिए इस हद तक गिर सकते है कि देश की या अपनी सुविधा और अच्छे के लिए भी नहीं सोचते.
स्वच्छ भारत अभियान तभी सफल हो सकता है जब देश का एक एक नागरिक स्वच्छता के प्रति जागरूक हो जाए.
पूरे देश को स्वच्छ रखना कोई मुश्किल काम नहीं है यदि हम सब अपनी ज़िम्मेदारी समझ कर काम सहयोग करे.
आइये आज आपको बताते है कि किस प्रकार हम सब एक दुसरे के सहयोग से अपने आस पास के इलाके को स्वच्छ बना सकते है.