भारत की खूबसूरत घाटियाँ जो पाकिस्तान के कब्ज़े में है – कश्मीर को धरती का स्वर्ग यूं ही नहीं कहा जाता.
इसके खूबसूरत पर्वत और घाटियां दुनियां भर से लोखों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. अफसोस की भारत के पास मौजूद यह स्वर्ग अधूरा है. कश्मीर के एक बड़े हिस्से पर अजादी के ठीक बाद पाकिस्तान ने हमला करके कब्जा कर लिया था. आज हम आपको इस स्वर्ग के उस हिस्से की उन खूबसूरत खाटियों से रु-ब-रू करवाएंगे जिनपर पाकिस्तान ने धोखे से कब्जा कर लिया है.
भारत की खूबसूरत घाटियाँ जो पाकिस्तान के कब्ज़े में है – स्वर्ग के इस हिस्स को हम पाक अधिकृत कश्मीर के नाम से जानते हैं.
इनमें से ज्यादातर घाटियां गिलगित-बालिस्न क्षेत्र में हैं. 7 जिलों से मिलकर बना गिलगित-बालिस्तान क्षेत्र को कश्मीर का सबसे खूबसूरत हिस्सा माना जाता है.
भारत की खूबसूरत घाटियाँ जो पाकिस्तान के कब्ज़े में है
हुंजा वैली
इस वैल में रहने वाले हुंजा समुदाय के लोगों की औसत उम्र 120 साल है. इस वजह से पूरे विश्व में इस वैली की चर्चा होती है. इस कम्यूनिटी पर कई किताबें लिखी जा चुकीं हैं. हुंजा वैली यह पाकिस्तान का सबसे मशहूर पर्यटन स्थल है. यहां के पहाड़ों की खूबसूरती बयान करने के लिए कितने भी शब्द कम पड़ जाएंगे.
गोरीकोट वैली
कुल 12 गावों वाली यह वैली एस्तोर जिले की सबसे बड़ी वैली है. स्थानीय लोग इसे ग्यू के नाम से जानते हैं. यह 8,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
रूपल वैली
यह घाटी भी एस्तोर जिले का ही हिस्सा है. ट्रेकिंग के शौकिन पर्यटकों के लिए यह घाटी जन्नत है.
नागर वैली
गिलगिट वैली के नजदीक, नागर जिले में स्थित यह खूबसूरत वैली समुद्र तल से लगभग 8 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
नाल्तार वैली
हुंजा घाटी के समीप स्थित यह खूबसूरत वैली समुद्र तल से 15,000 फिट की उंचाई पर स्थित है. हालांकि यहां जीप के द्वारा असानी से पहुंचा जा सकता है.
इश्कोमान वैली
समुद्र तल से इस वैली की ऊंचाई 7 हजार से 12 हजार फीट है. गिजर जिले में स्थित यह घाटी अफगानिस्तान के सीमा के समीप पड़ती है. इस घाटी में कूल 20 गांव हैं.
चपुरसन वैली
इस घाटी में 8 गांव है. यह अफगानिस्तान और चीन की सीमा पर स्थित है.
कटपना वैली
यह एक कोल्ड डेजर्ट है. यह पीओके में स्कारडू के नजदीक स्थित है.
स्कारडू वैली
एक खूबसूरत पर्यटन स्थल के रूप में स्कारडू पूरे विश्व में मशहूर है. 10 किलोमीटर चौड़ी और 40 किलोमीटर लंबी इस घी में कई झील मौजूद हैं.
गोजल वैली
इस वैली के पास आकर पुराने स्लिक रूट या काराकोरम हाइवे की सीमा समाप्त होती है और पाकिस्तान की सीमा शुरू होती है. कभी यह भारत चीन की सीमा हुआ करती थी लेकिन आज पाकिस्तान और चीन की सीमा है.
शिगार वैली
यह काराकोरम के ऊंचे पहाड़ों का द्वार है. बालिस्तान में स्थित इस घाटी से शिगार नदी बहती है.