सेना ने कुछ ही समय पहले पाकिस्तान के खिलाफ हुई सर्जिकल स्ट्राइक की घोषणा कर देश को बड़ा तोहफा दिया था.
पाकिस्तान जिस तरह से भारत पर लगातार हमले करता रहता है उसके बाद इस तरह की कार्यवाही जरुरी हो गयी थी. वैसे जब नरेन्द्र मोदी सरकार में सेना के सर्जिकल स्ट्राइक की घोषणा की तो जैसे भारतीय राजनीति के अन्दर ही भूचाल आ गया था. अब कांग्रेस सरकार भी यह दावा कर रही हैं कि उसने भी साल 2011 में सेना को सर्जिकल स्ट्राइक करने का आदेश दे दिया था.
एक अखबार ने दावा किया है कि साल 2011 में सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान के कुछ जवानों का सर काटकर भारत लाई थी. यह सर्जिकल स्ट्राइक तब हुई थी जब पाक की सेना ने भारत के कई सैनिकों पर हमले किये थे.
तो आज हम आपको तस्वीरों के जरिये साल 2011 की सर्जिकल स्ट्राइक का पूरा सच बताते हैं-
2011 की सर्जिकल स्ट्राइक
1. 2011 की सर्जिकल स्ट्राइक को ओपरेशन जिंजर नाम दिया गया था. ओपरेशन के लिए समय ईद का चुना गया था क्योकि इस समय पाकिस्तान की सेना त्यौहार में व्यस्त रहती है.
2. ‘ऑपरेशन जिंजर’ पाकिस्तानी सेना की उस कार्रवाई के जवाब में किया गया था जिसमें 6 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. अंग्रेजी अखबार ने दावा किया है कि ओपरेशन जिंजर में 8 पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया था. इसमें से तीन पाक सैनिकों के सिर कलम कर दिये गए थे.
3. सबसे बड़ी बात 42011 की सर्जिकल स्ट्राइक की यह रही थी कि भारतीय सेना पाकिस्तान की सीमा के अन्दर कुछ 48 घंटे रही थी. ऐसा दावा अंग्रेजी अखबार ने किया है.
4. सबसे पहले सेना को रात के समय ही पाक अधिकृत कश्मीर के अन्दर उतार दिया गया था और सेना ने रात के अँधेरे में ही लेंड माइंस पाक चौकियों के पास बिछा दिए थे.
5. ईद होने की वजह से पाक की चौकियों में सैनिक कम थे. किन्तु जैसे ही पहली लेंड माइंस फटती है तभी पाक सैनिक समझ जाते हैं कि उन पर हमला हुआ है. इसके बाद इससे पहले पाक सैनिक सुरक्षित ठिकानों तक पहुच पाते, उससे पहले ही भारतीय सैनिक चारों तरफ से हमला बोल देते हैं.
6. दावा किया गया है कि इस 2011 की सर्जिकल स्ट्राइक में पाक के 13 जवानों को छुपकर मार दिया गया था. भारतीय सेना के हमले के बाद पाक सेना में भगदड़ मच गयी थी.
7. अब भारतीय सेना को सर का बदला सर में चाहिए था और भारतीय सैनिकों ने भी 5 पाकिस्तान सैनिकों के सर काट दिए थे. वैसे कुछ रिपोर्ट में 3 पाक सर काटे जाने की बात भी बोली गयी है.
8. जैसे ही यह घटना खत्म हुई तो सेना की पहली टुकड़ी तो सुबह 7 बजे के आसपास वापस आ गयी थी, वहीँ दूसरी टुकड़ी दोपहर 12 बजे और अंतिम सेना की टुकड़ी दोपहर 2 बजे भारत लौट आई थी.
इस 2011 की सर्जिकल स्ट्राइक में वैसे 5 या 6 भारतीय सैनिकों के शहीद होने की बात बोली गयी है. लेकिन अगर सेना ने साल 2011 में भी सर्जिकल स्ट्राइक किया था तो वाकई यह भारतीय सेना पर गर्व करने वाली बात है.
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