सरस्वती – अंतरिक्ष में भारत ने अब एक और उपलब्धि हासिल कर ली है।
जी हाँ खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की एक टीम ने सुपरक्लस्टर आकाशगंगाओं का एक बहुत बड़ा समूह की खोज निकाला है। वैज्ञानिकों ने इस सुपरक्लस्टर का नाम सरस्वती रखा है।
ये बताया जा रहा है कि यह नजदीकी यूनिवर्स में मौजूद सबसे बड़े स्ट्रक्चर में से एक है। दरअसल अभी हाल ही में पुणे स्थित इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च और दो अन्य भारतीय यूनिवर्सिटी के सदस्यों ने विशालकाय आकाशगंगा की मौजूदगी का पता लगाया है।
आपको बता दें कि भारत अंतरिक्ष में लगातार नई-नई उपलब्धि हासिल कर रहा है।
इसी कड़ी में अब भारत के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है और वो है सुपरक्लस्टर सरस्वती। आपको जानकर हैरानी होगी की भारत ने जिस आकाशगंगा को खोज निकाला है वह धरती से 400 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है और करीब 10 अरब साल से भी ज्यादा पुरानी है। इसके एक सुपर क्लस्टर में 40 से 43 क्लस्टर शामिल होते है। जिसमें एक क्लस्टर में लगभग 1000 से 10000 गैलेक्सी होता है। इनका आकार भी सूरज से अरबों गुणा ज्यादा होता है।
इस खोज के बारे में इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स, पुणे के डायरेक्टर सोमक राय चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि छः अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की टीम ने आकाशगंगाओं की एक बड़ी चेन की खोज की है जो इस यूनिवर्स में सबसे बड़े स्ट्रक्चर हो सकते है जिससे भविष्य में यूनिवर्स के बारे में नई बातें जानने में मदद मिलेगी।
अब भारत की इस महत्वपूर्ण खोज सरस्वती को दुनिया के सामने लाने के लिए अमेरिकन एस्ट्रोऩॉमिकल सोसायटी के प्रीमियर रिसर्च जर्नल द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल के ताजा अंक में प्रकाशित किया जाएगा ताकि दुनिया के बाकी देशों को भी इस नई खोज के बारे में पता चल सके।