राजनेताओं का अंधविश्वास – हमारे समाज हर जगह को लेकर कुछ मान्यताएं जुड़ी है उसी तरह कई जगहों से अधँविश्वास भी जुड़ा हुआ है ।
जिस पर आम जनता ही नही बल्कि बड़े बड़े राजनेता, राज घराने के लोग भी यकीन करते है ।
दिल्ली एनसीआर का नोएडा शहर भी उसी अँधविश्वास से जुड़ा हुआ ।
माना जाता है कि जिस भी नेता ने नोएडा का रुख किया उस मुख्यमंत्री की रातों रात सरकार गिर गई । जिस वजह से यहां के लोगों ने कई सालों से अपने मुख्यमंत्री से मुलाकात से वंचित रहे । लेकिन हाल ही में दिल्ली मेट्रो के मेजेंटा लाइन के उद्धघाटन के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के साथ यहां आकर इस अँधविश्वास को तोड़ा । लेकिन नोएडा ही नही देश की बहुत सी जगाहें ऐसी है जहां अपनी सत्ता खो जाने के डर से अक्सर राजनेता जाने से बचते है ।
चलिए आपको बताते है इन जगहों के बारे में जहां से राजनेताओं का अंधविश्वास जुड़़ा है ।
राजनेताओं का अंधविश्वास –
उज्जैन का महाकाल मंदिर वर्ल्ड फेमस है । लेकिन महाकाल के कारण ही यहां कोई भी राजनेता रात नही गुजरता । दरअसल यहां के लोगो का मानना है कि महाकाल उज्जैन के राजा है और एक राज्य में दो राजा नही रह सकते । जिस वजह से कोई भी राज घराने का व्यक्ति या मंत्री यहां रात नहीं गुजारते , वरना उनकी सत्ता उनके हाथ से चली जाती है ।
तमिलनाडु के बृहदेश्वर मंदिर में भी किसी राजनेता का जाना मना है । इस मंदिर से जुड़े अँधविश्वास के अनुसार इस मंदिर में जाने वाले राजनेता की भविष्य में जल्दी मौत हो जाती है जिस वजह से कोई भी राजनेता यहां जाने की भुल नही करता । जिसका सबसे बड़ा सबूत इंदिरा गांधी और मुख्य मंत्री रामचंद्रन की मौत है । दरअसल 1984 में एमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी इस मंदिर में गई थी जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। तभी से इस मंदिर से ये अधविश्वास जुड़ गया ।
मध्य प्रदेश का अशोक नगर को भी नेताओं के लिए अनलकी माना जाता है । यहां जाने वाले राजनेता कभी सत्ता में वापिस नही आते । क्योंकि 1975 प्रकाशचंद सेठी , 1977 में श्यामशुक्ला और 2003 में दिग्विजय सिंह और इस बीच कई दूसरे नेता जो यंहा गए दोबारा कभी मुख्यमंत्री नही बने। और ना कभी सत्ता में वापिस आए । हालाकिं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने हाल ही में ऐलान किया है कि वो अशोकनगर जाकर ये अधँविशवास तोड़ेगे ।
मध्य प्रदेश के ही कामदगिरी पर्वत से भी एक अंधविश्वास जुड़ा है । माना जाता है यहां नेता अपना हेलीकॉप्टर नही रोकते । वरना उनकी सत्ता जिंदगी भर के लिए छीन जाती है । दरअसल कथाओं के अनुसार इस जगह भगवान राम ने अपने वनवास के वक्त समय गुजारा था। जिस वजह से इस पर्वत के ऊपर ठहरने वाला राजनेता का हेलीकॉप्टर उन्हे राज पाठ से अलग कर देता है ।
मधअय प्रदेश के इच्छावर में भी पिछले 12 साल से कोई मुख्यमंत्री नही गया । क्योंकि यहां जाने वाले मुख्यंत्री को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ता है जिस वजह से कोई भी मुख्यमंत्री यहां का दौरा नही करते ।
ये है राजनेताओं का अंधविश्वास – खैर सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा का दौरा करके ये साबित कर दिया कि राजनेताओं का अंधविश्वास तभी तक आप पर भारी पड़ता है जबतक आप उस पर यकीन करते हो । और होनी को कोई नही टाल सकता हो किसी जगह के जाने या न जाने से नही टलती । लेकिन इस बात को हमारे राजनेता कब समझेगें ये कहना मुश्किल है ।
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