इस साल के शुरुआत में ही राजनीती की भविष्यवाणी की गयी थी कि साल 2016 राजनीति के हिसाब से काफी गतिविधियों भरा रहेगा.
भारत की राजनीति के हिसाब से साल का शुरूआती हिस्सा तो फिर भी काफी अच्छा रहा है.
तो अब हम सितारों की चाल का आकलन कर, आपको बताते हैं राजनीती की भविष्यवाणी – भारतीय राजनीति के लिए साल का अंतिम समय कैसा रहने वाला है-
राजनीती की भविष्यवाणी – अब होने वाला है महायुद्ध –
राजनीति के गलियारे में अब साल के अंतिम समय में भाई-भाई भी लड़ता हुआ नजर आने वाला है. शनि-राहू और केतु की वजह से बुद्धि का उपयोग बड़े से बड़ा नेता नहीं करेगा. ऐसे लोग खबरों में ज्यादा नजर आने वाले हैं जो जुबान के कच्चे हैं. गाली-गलोच और यहाँ तक कि कई मौकों पर लात-घुसे भी चलते हुए नजर आने वाले हैं.
अगस्त महीने की 11 तारीख को गुरू कन्या राशि में होंगे. 16 अगस्त को सूर्य सिंह राशि में आएंगे. 19 अगस्त को बुध अपनी राशि कन्या में विराजमान होने वाले हैं. तो वहीं 13 अगस्त को शनि वृश्चिक राशि में ही सीधी चाल से चलना शुरू करेंगे.
तो वैसे साल का अंतिम समय भारत के लिए महंगाई थोड़ी कम करेगा, व्यापार के लिए सही रहेगा किन्तु असल समस्या यह होगी कि शनि राजनीति को काफी प्रभावित करेगा. शनि और ब्रहस्पति नेताओं पर ऐसी मार मारेंगे कि कई नेता तो खड़े तक नहीं हो पाएंगे.
राजनीती की भविष्यवाणी – प्रधानमंत्री मोदी का बुरा समय –
शनि की चाल अब प्रधानमंत्री मोदी को काफी प्रभावित करने वाली है. विरोधी मोदी को टक्कर देने वाले हैं. अपने ही लोग जिनको मोदी भाई बोलते हैं वह लोग खुलेआम मोदी को नीचा दिखाने का काम करेंगे. मोदी का अपने शब्दों और अपनी प्लानिंग पर कोई भी अधिकार नहीं रहने वाला है.
कुलमिलाकर अब मोदी अपनी प्रसिद्धी को खोते हुए नजर आने वाले हैं. वैसे कुछ ग्रह अचानक से अपनी चाल बदलते हैं और अच्छे-खासे व्यक्ति को भी बुरा बना देते हैं. तो राहू-केतु और शनि ये तीनों ग्रह मोदी के लिए इस समय समस्या ही समस्या खड़ी करने वाले हैं. अभी इनके साथी की कुछ ऐसा करेंगे कि देश में इनकी नाक कटने वाली है. विश्व स्तर पर भी मीडिया और दूसरे देश इनकी खिल्ली उड़ाने का काम करेंगे.
कांग्रेस का कैसा रहेगा हाल-चाल –
तो अब आपको बता दें कि कांग्रेस का अंतिम साल भी कुछ ज्यादा अच्छा तो नहीं रहेगा लेकिन फिर भी पहली की तुलना में अब इनके अच्छे दिन आने की शुरुआत हो सकती है. सोनिया गांधी के स्वास्थ्य के लिए अंतिम साल अच्छा नहीं है. कुछ बहुत बड़ी स्वास्थ्य समस्या का इनको सामना करना पड़ सकता है. राहुल गांधी अपनी जिम्मेदारी दूसरों को दें तो अच्छा रहेगा. कांग्रेस कई मौकों पर बीजेपी को घेरने में कामयाब रहेगी.
राजनीती की भविष्यवाणी –
कई बड़े नेताओं को अब ग्रहों की बुरी चाल का सामना करना पड़ सकता है. राजनैतिक गलियारों से बड़े नेता की मृत्यु की खबर सबको परेशान कर सकती है. साल 2016 के अंतिम समय में अब किसी भी सीट स्थिर नहीं रहने वाली है. कुछ इतने बड़े बदलाव हो सकते हैं जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है.
ये थी राजनीती की भविष्यवाणी – तो कुलमिलाकर साल का अंतिम समय भारतीय राजनीति के हिसाब से अच्छा समय नहीं बोला जा सकता है. इस समय में JUST WAIT AND WATCH की नीति जो नेता अपनायेगा, वह सुखी रहेगा.