2) बशीर बद्र
बशीर बद्र अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं और वहीं रह कर उन्होंने पढ़ाई भी की और कुछ समय पढ़ाया भी| उर्दू अकादेमी के अध्यक्ष रह चुके बद्र साहब को 1999 में पद्म श्री से नवाज़ा गया था साहित्य की तरफ़ योगदान के लिए और उसी साल उन्हें उर्दू भाषा के लिए
साहित्य अकादमी पुरुस्कार भी मिला! उनके लिखे कुछ प्रमुख शेर हैं:
1)
लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में
तुम तरस नहीं खाते, बस्तियां जलाने में
2)
कोई हाथ भी ना मिलाएगा, जो गले मिलोगे तपाक से
ये नए मिजाज़ का शहर है, ज़रा फासले से मिला करो