सीमा पार दुश्मन के इलाके में करीब 3 से 5 किमी अंदर घुसकर सर्जिकल स्ट्राईक करने वाले सेना के कमांडों के बारे में जानकार आप दंग रह जाएंगे. हो सकता है आज से पहले आप ने कभी इनके बारे सुना ही न हो.
चलिए आज हम आपको मिलवाते हैं सेना की पैरा कमांडो यूनिट से –
1 – पाकिस्तानी सेना की नाक के ठीक नीचे प्रहार करते हुए भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में, जिस बेहद गोपनीय और खतरनाक आॅपरेशन को अंजाम दिया है, उसे अंजाम देने वाले सेना के कोई सामान्य कमांडों नहीं है. बल्कि ये सेना की पैरा कमांडो यूनिट हैं.
2 – आपको बता दें भारतीय सेना की शान कहे जाने वाले इन पैरा कंमाडों की गिनती दुनिया के सबसे खतरनाक कंमाडों में की जाती है. इनकी टे्रनिंग इतनी कठिन होती है कि आपको सुनकर ही पसीना छूट जाएगा.
3 – सेना की पैरा कमांडो यूनिट में शामिल होने के लिए 18 से 23 वर्ष के जवान वाॅलिंटीयर होते हैं. जिसका मतलब है कि सेना किसी भी जवान को पैरा कंमाडों बनने के लिए दवाब नहीं डालती है बल्कि इसके लिए जवान स्वयं ही अपनी इच्छा से आगे आते हैं.
4 – पैरा कमांडो की ट्रेनिंग 15 महीने से 3 साल तक होती है. आसमान से छलांग लगाने से पहले जमीन पर कड़ी ट्रेनिंग होती है. अलग अलग चरणों में ये ट्रेनिंग काफी खतरनाक होती है जो एक पैरा कमांडो को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाती है.
5 – सेना की स्पेशल फोर्स पैरा कंमाडों की बाजू पर सेना का बलिदान का लोगो होता है. स्पेशल फोर्स के इन पैरा कंमाडों का मतलब है हर हाल और हर कीमत पर मिशन कम्प्लीट करने के बाद सकुशल वापस आना.
6 – जो जवान ट्रेनिंग पूरी कर लेते हैं उनके सिर पर मरून कैप पहनाई जाती है. कहा जाता है कि इसको पहने के लिए सेना से 1 हजार जवान आगे आते हैं लेकिन मुश्किल से 11 से 15 ही जवान इस मरून कैप को हासिल कर पाते हैं.
7 – भारत में पैरा रेजीमेंट में करीब 2500 कंमाडों हैं जिनकी पहचान और नाम सेना कभी उजागर नहीं करती है. दुश्मन के इलाके में घुसकर घात लगाकर हमला करना हो या आतंकवादियों के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन करना हो ये पैरा कमांडो हर मोर्चे पर सबसे आगे हैं.
8 – ये कंमाडों 35 हजार फिट की उंचाई से दुश्मन के इलाके में कहीं भी छलांग लगाने की हिम्मत और काबलियत रखते हैं. ये धु्रव और चेतक हेलिकाॅप्टर के जरिए दुश्मन के इलाके में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं.
9 – सेना की पैरा कमांडो यूनिट दुनिया के आधुनिकतम हथियारों से लैस होते हैं. इसके पास बरैटा से लेकर टाॅर 21 अलाॅल्ट राइफल और बी 300 शिपोन राॅकेट लांचर, आॅटोमैटिक और डिस्पोजल राॅकेट लांचर आदि घातक हथियार होते हैं.
10 – मरून कैप पहने सेना के पैरा कमांडों बनते दुनिया के किसी भी हिस्से में स्पेशल आॅपरेशन और डायरेक्ट एक्शन करने में माहिर होते हैं. म्यांमार में भी सेना की इसी युनिट के 21 पैरा कमांडों ने हमला कर करीब 50 नागा विद्रोहियों को मार दिया था.
भारत ने उरी आतंकी हमले का बदला लने के लिए आगरा स्थित सेना की सेना की पैरा कमांडो यूनिट को तैयार रहने के लिए कह दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ग्रीन सिग्नल मिलते ही उन्होंने सफलतापूर्वक आॅपरेशन को अंजाम दे दिया.
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