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मिलिए उन 10 भारतीय मूल के सीईओ से जिन्होंने विश्व में अपनी धाक जमा रखी है !

भारत और भारतीय दिमाग का लोहा पूरी दुनिया मानती है।

तभी तो दुनियाभर की टॉप कंपनीज के सीईओ आज कई भारतीय है। आज हम आपको ऐसे ही भारतीयों से मिलाने जा रहे है जिन्होंने भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है।

मिलिए उन 10 भारतीय मूल के सीईओ से जिन्होंने विश्व में अपनी धाक जमा रखी है।

भारतीय मूल के सीईओ

1 – सुंदर पिचाई-

गूगल के 43 वर्षीय सीईओ सुंदर पिचाई तमिलनाडु के चेन्नई में पैदा हुए थे। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक की डिग्री ली। इसके बाद स्टैनफोर्ड से एमएस और व्हार्टन से एमबीए की शिक्षा प्राप्त की। सुंदर का गूगल में सबसे बड़ा योगदान गूगल क्रोम है। इसके अलावा उन्होंने एंड्राइड, क्रोम, मैप्स और कई गूगल प्रोडक्ट के उत्पादों में अपनी प्रमुख भूमिका निभाई है। 

2 – सत्या नडेला-

47 वर्षीय सत्या नडेला हैदराबाद में जन्मे है। उन्होंने अपनी पढ़ाई मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से बीई, विस्कोंसिन-मिल्वौकी विश्वविद्यालय से एमएस और शिकागो बूथ स्कूल से एमबीए किया। नाडेला ने 22 सालों तक माइक्रोसॉफ्ट में काम किया उसके बाद 2014 में उन्हें माइक्रोसॉफ्ट का सीईओ बनाया गया।

3 – राजीव सूरी-

राजीव सूरी का जन्म भोपाल में हुआ था। उन्होंने भी नडेला की तरह मणिपाल इंस्टीट्यूट से बीटेक किया है। राजीव ने 1995 में नोकिया ज्वाइन किया था 2014 में उन्हें नोकिया का सीईओ नियुक्त किया गया। 

4 – शांतनु नारायण-

शांतनु नारायण का जन्म हैदराबाद में हुआ था। उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से विज्ञान ने ग्रेजुएशन करने के बाद बर्कले कैलीफोर्निया से एमबीए और ग्रीन स्टेट यूनिवर्सिटी से एमएस किया है। शांतनु ने 1998 में एडोब ज्वाइन किया था और 2005 में वे इसके सीईओ बने। 

5 – संजय झा-

संजय झा भागलपुर बिहार में जन्मे थे। उन्होंने अपनी शिक्षा लिवरपुल विश्वविद्यालय से बी एस और स्ट्रेथक्लाइड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है। झा 2014 में ग्लोबल फाउड्रीज के सीईओ बने। इससे पहले झा मोटोरोला मोबिलिटी और क्वालकॉम के सीईओ के रूप में भी काम कर चुके है। 

6 – संजय मेहरोत्रा-

संजय मेहरोत्रा ने 1988 में फ़्लैश मेमोरी सेंडिस्क की सह-स्थापना की। उन्होंने कैलिफोर्निया और बर्कले यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है। उनके नाम कई पेटेंट भी है। 

7 – निकेश अरोड़ा-

निकेश अरोड़ा सॉफ्टबैंक इंटरनेट और मीडिया इंक के सीईओ है। वे 135 मिलियन डॉलर वार्षिक पैकेज के साथ दुनिया के तीसरे सबसे अधिक वेतन वाले सीईओ है। उन्होंने आईटी-बीएचयू से बीटेक और नार्थ इस्टर्न से एमबीए की डिग्री ली है। 

8 – जॉर्ज कुरियन-

जॉर्ज का जन्म केरल के कोट्टायम में हुआ था। जार्ज कुरियन  ऐसे शख्स है जिन्होंने छः महीने में ही आईआईटी मद्रास छोड़ दी थी। उन्होंने स्टैनफोर्ड से एमबीए की डिग्री ली है। जार्ज डेटा मैनेजमेंट कंपनी नेटऐप के सीईओ है। 

9 – फ्रांसिस्को डिसूजा-

डिसूज़ा कोग्निजेंट के सह-संस्थापक है, 2007 में उन्हें इसका सीईओ बनाया गया। डिसूज़ा का जन्म केन्या में हुआ था उनके पिता आईएफएस में अधिकारी थे। उन्होंने ईस्ट एशिया यूनिवर्सिटी मकाउ से बीबीए और कार्नेगी मेलौन विश्वविद्यालय पिट्सबर्ग से एमबीए किया है।

10 – दिनेश पालीवाल-

दिनेश पालीवाल हरमन इंटरनेशनल प्रीमियम ऑडियो गियर ब्रांड के अध्यक्ष और सीईओ है। इनकी कंपनी जेबीएल, बेकर, डिबिएक्स जैसे ब्रांड्स की मालिक है। पालीवाल का जन्म आगरा यूपी में हुआ था। उन्होंने आईआईटी रूड़की से अपनी पढ़ाई की है।

ये है भारतीय मूल के सीईओ – दुनियाभर की इन बड़ी कंपनियों में भारतीय सीईओ का होना ये साबित करता है आज पूरे विश्व के लोग भारतीयों का लोहा मानते है।

Sudheer A Singh

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