’धरती के लाल’ पहली भारतीय फिल्म थी, जिसे रूसी भाषा में अनुवाद करके डब किया गया था.
यह फिल्म स्तालिन के सत्ताकाल 1949 में रूस में रिलीज हुई थी.
इसके बाद रूस में भारतीय फिल्मों ने ऐसी धूम मचाई कि हर रूसी की जुबान पर भारतीय फिल्मों के गाने सुनाई देने लगे. तत्कालीन सोवियत संघ यानी रूस में जिन भारतीय फिल्मों ने धूम मचाई उनमें राजकपूर की फिल्म आवारा को कौन भूल सकता है. इस
फिल्म के बाद रूस में लोग राज कपूर के दिवाने हो गए थे.
ये है वो भारतीय फिल्में जो रूस में लोकप्रिय –
भारतीय फिल्में जो रूस में लोकप्रिय –
1 – राजकपूर द्वारा निर्देशित और अभिनीत फिल्म ’आवारा’ पूरे सोवियत सत्ता काल की सबसे लोकप्रिय भारतीय फिल्म मानी जाती है. यह फिल्म पूरे चार साल तक रूसी सिनेमाघरों में चलती रही. इस फिल्म को रूस में लोगों ने तब दस-दस बार देखा था.
2 – सोवियत दर्शकों के बीच एक अन्य हिन्दी फिल्म जो बेहद लोकप्रिय हुई, उसका नाम है बॉबी. 1975 में यह फिल्म सोवियत संघ में रिलीज हुई थी. एक गरीब लड़की और एक अमीर परिवार के लड़के के बीच प्रेम की कहानी पर आधारित इस फिल्म को 6 करोड़ 26 लाख दर्शकों ने देखा था.
3 – मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म ’डिस्को डांसर’ को भी सोवियत संघ के लोगों ने खूब पंसद किया था. बताया जाता है ’डिस्को डांसर’ फिल्म को देखने के बाद ही सोवियत लोगों ने भी अपनी उँगलियाँ चटकानी शुरू कर दी थीं. फिल्म का नायक फिल्म में बार-बार उँगलियाँ चटकाता है.
4 – हिन्दी फिल्म ’बारूद’ को भी सोवियत रूस में खूब पसंद किया जाता है. फिल्म अनूप नाम के एक बच्चे के बारे में है, जिसके सामने उसके पिता की हत्या की गई थी. यह हिन्दी फिल्म भी सोवियत दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुई थी.
5 – ’सीता और गीता’ ऐसी हिन्दी फिल्म थी जिसको देखने के बाद सारे सोवियत दर्शक रोते हुए सिनेमाहाल से बाहर निकलते थे. इस फिल्म को देखने के बाद किर्गिजिस्तान के दम्पत्ति ने अपने यहां पैदा हुई दो जुड़वाँ बहनों का नाम उनके माता-पिता ने सीता और गीता रख दिया था.
6 – 1969 में सोवियत संघ में हिन्दी फिल्म ममता रिलीज हुई थी. यह फिल्म भी सोवियत दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुई थी. इस फिल्म को 5 करोड़ 21 लाख सोवियत दर्शकों ने देखा था.
7 – हिन्दी फिल्म ’फूल और पत्थर’ को भी सोवियत दर्शकों ने खूब सराहा था. रूस के लोगों का कहना था कि यह फिल्म उस प्रेम को दर्शाती है, जिसे वे ’महान प्रेम’ कहते हैं.
8 – सोवियत संघ में सर्वाधिक लोकप्रिय हिन्दी फिल्मों की सूची ’दुनिया’ का भी नाम है. इस फिल्म के बारे में कहा जाता है कि स्कूल के छात्र और छात्राएं कॉलेज के लेक्चर बंक करके यह फिल्म देखने भाग जाते थे.
ये है वो भारतीय फिल्में जो रूस में लोकप्रिय है – दरअसल, जानकारों का कहना है कि सोवियत रूस में हिन्दी फिल्मों को पसंद किए जाने के पीछे जो बड़ा कारण है वह यह है कि हिन्दी फिल्मों में आशावाद ही प्रमुख होता है. जीवन कितना ही कठिन क्यों न हो, घटनाएँ कितनी ही दुखद क्यों न हों, लेकिन अन्त में सब ठीक हो जाता है.
जानकारी के लिए बतातें चलें कि 1949 से लेकर सोवियत संघ का विघटन होने के समय तक कुल 226 भारतीय फिल्में सोवियत संघ में रिलीज हुई थीं.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…