3. इस्मत चुगताई-
ये उर्दू की मशहूर उपन्यासकार थी.
उन्हें आज से करीब 70 साल पहले जब महिला परदेदारी से बाहर जाने की बात भी नहीं सोच सकती थी, उस दौर में महिलाओं से जुड़े मुद्दों को बड़ी बेबाकी से उठाया. उनकी पुस्तक लिहाफ में महिला समलैंगिकता के मुद्दे को उठाया गया था.
हालांकी उन पर अश्लीलता का मामला भी चला. इन्होने कागजी पैरहन नाम से अपनी आत्मकथा लिखी.