तीसरे टेस्ट की शुरुआत हुई और लग ही नहीं रहा था कि ये एक टेस्ट मैच है.
पहले दिन ही भारत की पूरी टीम और अफ़्रीकी टीम के भी दो खिलाडी आउट होकर जा चुके थे. मतलब एक दिन में 12 विकेट. भारत के इस समय सबसे बेहतरीन स्पिनर माने जाने वाले अश्विन के नाम रहा अगला दिन. दुसरे दिन की शुरुआत ही विकेटों के पतझड़ से हुई जो पूरे दिन चलती रही.
दक्षिण अफ़्रीकी शेर मात्र 79 रन पर ढेर हो गए.
79 आल आउट ये अफ्रीका का 1957 के बाद सबसे कम टेस्ट स्कोर था. अफ़्रीकी टीम को धराशायी किया भारतीय स्पिनरों ने. रविचंद्रन अश्विन ने 5 विकेट झटके.
जोश से सराबोर भारतीय टीम कब दूसरी पारी में खेलने आई तो उनकी हालत भी कुछ अच्छी नहीं रही. इमरान ताहिर की अगुवाई में अफ्रीका ने भारत को 178 पर ढेर कर दिया. इस तरह अब तक एक दिन में 18 विकेट गिर चुके थे.