भारत विश्व का इकलौता ऐसा देश रहा है जिस पर विदेशी शासकों ने इतने हमले किये हैं.
वैसे यह देश था ही सोने की चिड़िया और इस चिड़िया को सभी ने लुटा. हमको सिर्फ इसलिए लुटा गया क्योकि हम तभी बंटे हुए थे. देश के राजाओं ने खुद को अलग-अलग कर रखा था.
आइये एक नजर डालते हैं उन 5 विदेशी शासकों पर जिन्होनें भारत देश को लूटा और हम पर बाद में राज किया-
1. महमूद गजनवी
महमूद गजनवी ने भारत देश में 18 बार कत्लेआम मचाया. 971 से 1030 ईसा पूर्व तक वह मध्य अफ़ग़ानिस्तान में केन्द्रित गज़नवी वंश का एक महत्वपूर्ण शासक था. महमूद बचपन से भारतवर्ष की अपार समृद्धि और धन-दौलत के विषय में सुनता रहा था. उसके पिता ने एक बार हिन्दू शाही राजा जयपाल के राज्य को लूट कर प्रचुर सम्पत्ति प्राप्त की थी, महमूद भारत की दौलत को लूटकर मालामाल होने के स्वप्न देखा करता था. उसने 17 बार भारत पर आक्रमण किया और यहाँ की अपार सम्पत्ति को वह लूट कर ग़ज़नी ले गया था.
आज गुजरात में स्थित सोमनाथ के मंदिर को किसी और ने लूटा या नहीं लूटा लेकिन गजनवी ने इस मंदिर को कई बार लूटा है.
2. नादिर शाह अफ़्शार
विश्व के कई देशों पर राज करने के बाद नादिर शाह अफ़्शार भारत विजय के अभियान पर भी निकला था. इसने 1739 में भारत पर आक्रमण की योजना बनाई. दिल्ली की सत्ता पर आसीन मुग़ल बादशाह मुहम्मद शाह आलम को हराने के बाद उसने वहाँ से अपार सम्पत्ति अर्जित की जिसमें कोहिनूर हीरा भी शामिल था. इसके बाद वो अपार शक्तिशाली बन गया और उसका स्वास्थ्य भी बिगड़ता गया. अपने जीवन के उत्तरार्ध में वो बहुत अत्याचारी बन गया था.
3. तैमूरलंग
तैमूरलंग का जन्म समरकंद में 1336 में हुआ था. ये इलाका अब उजबेकिस्तान के नाम से मशहूर है. कई मायनों में तैमूरलंग सिकंदर महान और चंगेज़ ख़ान से कहीं ज्यादा चमकदार शख्सियत के मालिक थे. तैमूर लंग बचपन से लंगड़ा था. उसका किसी राजवंश से संबंध नहीं था, लेकिन लड़ाकू लोगों की सेना बनाकर उसने भारत समेत दक्षिणी, पश्चिमी और मध्य एशिया को जीत लिया. भारत में उसने 1399 में दिल्ली पर धावा किया और तुगलक बादशाह को हरा दिया. उसका हमला इतिहास का सबसे क्रूर हमला था, उसने दिल्ली में एक ही दिन में लाखों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था.
4. ज़हिर उद-दिन मुहम्मद
इतना बड़ा और कठिन नाम होने की वजह से सभी इसको बाबर बुलाने लगे थे. इतिहास का यह एक क्रूर राजा रहा है. बाबर को लगता था कि भारत पर तैमूर वंश का शासन होना चाहिए. पानीपत के पहले युद्ध में इब्राहिम लोदी को हरा दिया और दिल्ली की सल्तनत पर कब्जा कर लिया. इस तरह बाबर ने भारत में 1526 में मुगलवंश की नींव डाली.
5. अतिल्ला हुण
हुणों का राजा अतिल्ला हुण भी भारत के इतिहास में लुटेरे के रूप में ही जाना जाता रहेगा. इनके भारत में आगमन से पहले यहाँ गुप्त वंश का राज था. हुणों ने देश पर आक्रमण कर गुप्त वंश का नामों निशान मिटा दिया था.
इस बात का अनुमान लगाकर ही आश्चर्य होता है कि जब इतनी बार लूटने के बाद भी यह देश इतना संपन्न है तो अगर इसको जब नहीं लूटा गया था तब यह भारतवर्ष कितना संपन्न रहा होगा.
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