5 – भारत रूस से IL- 78 मल्टी-रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट एअर क्राफ्ट खरीदने जा रहा है. इनकी खासियत है कि इनके आने के बाद युद्ध के दौरान लड़ाकू विमानों को तेल भरने के लिए जमीन पर नहीं ऊतरना पड़ेगा. यह सौदा वर्ष 2006 से अटका पड़ा है.
केंद्र में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत की रक्षा जरूरतों को पूरा करने की दिशा में सरकार ने हाल के दिनो में तेजी से कदम उठाए हैं. भारत रूस के साथ करीब 39 हजार करोड़ रूपए का रक्षा सौदा करने जा रहा है. जो वर्ष 2001 के बाद भारत का रूस से सबसे बड़ा सौदा है.
इसके अलावा भारत और रूस मिलकर कई अहम रक्षा सौदा को भी मंजूरी दे सकते हैं. क्योंकि वर्तमान हालात में देश की सीमाओं की रक्षा करने के लिए ये बेहद जरूरी है कि भारतीय सेनाओं को आधुनिक और संहारक हथियारों से लैस किया जाए.