राजनीति

भारत-पाक युद्ध 1999 की पूरी कहानी ! कारगिल युद्ध की ऐसी बातें जो हर भारतीय का सीना 56 इंच का बना देंगी

कारगिल युद्ध को 17 साल पूरे हो गए.

लेकिन आज भी यह हर भारतीय सैनिक की शहादत के लिए याद किया जाता है.

इस युद्ध ने केवल पाकिस्तान को धूल चटाई थी, बल्कि अपनी धरती पर इनके नापाक मंसूबों को भी पूरा भी नहीं होना दिया.

आइए आपको बताते हैं कारगिल युद्ध से जुड़ी पूरी कहानी और दिखाते हैं कारगिल युद्ध की अनदेखी तस्वीरें –

कारगिल युद्ध की अनदेखी तस्वीरें –

1. कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के करगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है. पाकिस्तान की सेना और कश्मीरी उग्रवादियों ने भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा पार करके भारत की ज़मीन कब्जाने की कोशिश की.


2. पाकिस्तान ने दावा किया कि लड़ने वाले सभी कश्मीरी उग्रवादी हैं, लेकिन युद्ध में बरामद हुए दस्तावेज़ों और पाकिस्तानी नेताओं के बयानों से साबित हुआ कि पाकिस्तान की सेना प्रत्यक्ष रूप में इस युद्ध में शामिल थी. लगभग 30,000 भारतीय सैनिक और करीब 5,000 घुसपैठिए इस युद्ध में शामिल थे.


3. कारगिल युद्ध में 2,50,000 गोले और रॉकेट दागे गए थे. 300 से ज्यादा तोपों, मोर्टार और रॉकेट लॉन्चरों से रोजाना करीब 5,000 बम फायर किए जाते थे. लड़ाई के अहम 17 दिनों में हर रोज हर आर्टिलरी बैटरी से एवरेज एक मिनट में एक राउंड फायर किया गया था. सेकेंड वर्ल्ड वार के बाद यह पहली ऐसी लड़ाई थी, जिसमें किसी एक देश ने दुश्मन देश की सेना पर इतनी ज्यादा बमबारी की थी.

4. इस युद्ध में हमारे लगभग 527 से अधिक वीर योद्धा शहीद व 1300 से ज्यादा घायल हो गए, जिनमें से अधिकांश अपने जीवन के 30 वसंत भी नहीं देख पाए थे. इन शहीदों ने भारतीय सेना की शौर्य व बलिदान की उस सर्वोच्च परम्परा का निर्वाह किया, जिसकी सौगन्ध हर सिपाही तिरंगे के समक्ष लेता है.

5. रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि कारगिल की लड़ाई उम्मीद से ज्यादा खतरनाक थी. भारतीय सेना पाकिस्तान की सेना पर भारी पड़ रही थी. यह देखकर मुशर्रफ ने युद्ध में परमाणु हथियार इस्तेमाल करने की तैयारी कर ली थी. एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक पाकिस्तान ने 1998 में परमाणु हथियारों का परीक्षण किया था.

6. कारगिल युद्ध में पाकिस्तान ने 2700 से ज्यादा सैनिक गंवाए थे. इस लड़ाई में उन्हें 1965 और 1971 से ज्यादा नुकसान हुआ था. नवाज शरीफ ने भी माना था कि कारगिल युद्ध पाकिस्तानी सेना के लिए आपदा साबित हुआ. इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का इस्तेमाल किया था. मिग-27 की मदद से उन जगहों पर बम गिराए थे जहां पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा था. साथ ही मिग-29 से पाकिस्तान के कई ठिकानों पर आर-77 मिलाइलें दागी गईं थीं.

7. कारगिल में उड़ान भरना इतना आसान नहीं था. इसमें हर पल जान का खतरा रहता था. कारगिल समुद्र तल से 16000 से 18000 फीट की ऊंचाई पर है. ऐसे में उड़ान भरने के लिए विमानों को करीब 20 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ना पड़ता है. इतनी ऊंचाई पर हवा का घनत्व 30% से कम होता है. ऐसे हालातों में विमान में पायलट का दम घुटने का खतरा साथ ही विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा रहता है.

8. पाकिस्तानी सैनिकों ने सिविल ड्रेस में पहले घुसपैठ की और फिर देखते ही देखते टाइगर हिल, हमोटिगला टॉप, तोलोलिंग समेत कई पहाड़‍ियों पर ऐसे बंकर बना लिये. लोहे के बने इन बंकर पर गोलियों का कोई असर नहीं होता है. इसके अलावा कई अन्य बंकर पाकिस्तानियों ने जमीन के अंदर यानी अंडरग्राउंड बनाये थे. पहाड़ों में गड्ढे खोद-खोद कर उसके अंदर पाकिस्तानी सैनिक आकर जम गये और देखते ही देखते भारत के ख‍िलाफ जंग छेड़ दी.


9. सेना की ऑपरेशन पोस्‍ट 13,000 फीट से भी ज्‍यादा ऊंचाई पर बने हमोटिगला टॉप की कारगिल वॉर की समय बड़ी अहमियत थी. यहां पर भारतीय सेना ने अपनी एक ऑपरेशनल पोस्‍ट बनाई हुई थी. यहां से सेना को कमांड दिए जाते थे कि वह कैसे दुश्‍मन पर हमला करे और किस तरह से हमले को अंजाम दे.

10. कारगिल युद्ध के बाद शहीद भारतीय सैनिकों के शवों को उनके पैतृक आवास पर भेजने की विशेष व्यवस्था की गई. इससे पूर्व ऐसी व्यवस्था नहीं थी. पैतृक आवास पर शहीद सैनिकों का राजकीय सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया. उनके शवों को ले जाने के लिए काफी महंगे शव बक्सों (कॉफ़िन बॉक्स) का उपयोग किया गया.

ये थी कारगिल युद्ध की अनदेखी तस्वीरें – कारगिल युद्ध की अनदेखी तस्वीरें कारगिल की पूरी कहानी है जिसे पढ़ने के बाद हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. वैसे भारत अपने वीर सैनिकों की शहादत को कभी भूल नहीं सकता है.

Chandra Kant S

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Chandra Kant S

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