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एक समय जिस देश ने भारत को लूटा था वो देश आज लगा रहा है मदद की गुहार!

मंगोलिया के शासक

दुनिया में भारत की बढ़ती ताकत का अंदाजा इसी बात से लगया जा सकता है कि जिस देश के सैनिक कभी भारत पर हमला कर उसे लूटते थे आज वो देश भारत से मदद की गुहार लगा रहा है.

चीन के पड़ोसी देश मंगोलिया ने चीन की दादागिरी से तंग आकर भारत से मदद मांग गुहार लगाई हैं. आपको बता दें कि भारत में आकर लूटपाट और मारकाट करने वाला चंगेज खान मंगोलिया का ही रहने वाला था. लेकिन इतिहास ने ऐसी करवट बदली कि आज मंगोलिया के शासक उसी भारत से सहायता मांग रहे हैं जिसकी सीमा में घुसकर उनके पूर्वज समय लूटपाट और हत्याएं करते थे.

बहरहाल,  भारत अतीत को भूलकर एक नया इतिहास लिखने की दहलीज पर खड़ा है. चीन अपने पड़ोसियों को भारत से मदद मांगने पर उनकों धमका रहा है. लेकिन इन धमकियों का न तो चीन के पड़ोसियों पर कोई असर पड़ रहा है और न ही भारत ही इनकी कोई परवाह कर रहा है.
हाल में चीन के पड़ोसी देश मंगोलिया ने भारत से मदद की गुहार लगाई है कि वह चीन के खिलाफ उसकी मदद करे.

आपको बता दे कि चीन के खिलाफ भारत से मदद मांगने वाला मंगोलिया कोई इकलौता देश नहीं हैं. इसके पूर्व विएतनाम और इंडोनेशिया भी दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी पर लगाम लगाने के लिए भारत से मदद मांग चुके हैं. भारत न केवल इन देशों की मदद के लिए आगे आया है बल्कि उसने इन देशों को सैनिक साजोसामान भी उपलब्ध कराए हैं.

मंगोलिया ने नवंबर में अपने यहां दलाई लामा को आमंत्रित किया था, इससे नाराज चीन ने अपने क्षेत्र से गुजरने वाले मंगोलियाई ट्रकों के लिए टैरिफ बढ़ा दिया. इससे मंगोलिया में जरूरी चीजों का संकट खड़ा हो गया है. संकट से निपटने के लिए मंगोलिया के शासक ने भारत से मदद की गुहार लगाई है.

चीन को उसकी भाषा में जवाब देते हुए भारत ने साफ कहा कि मंगोलिया के साथ उसके मजबूत रिश्ते हैं. भारत को मंगोलिया को होने वाली मुश्किलों की जानकारी है. इस कठिन हालात में भारत मंगोलिया के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं. गौरतलब है कि चीन भारत के पड़ोसियों को अक्सर मदद के नाम उनका इस्तेमाल भारत के खिलाफ करता है. अब भारत भी उसी रणनीति पर चल रहा है.

संकट से उबारने के लिए भारत न केवल मंगोलिया को जरूरी रसद उपलब्ध कराएगा बल्कि मंगोलिया को बजट संकट से उबारने के लिए 1 अरब डॉलर का ऋण भी देगा.

चीन के खिलाफ मंगोलिया की ओर से मदद की मांग पर भारत ने कहा है कि हम मंगोलिया के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं.