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डोकलाम सीमा विवाद पर बौखलाया चीन अपने भड़काऊ बयानों से दे रहा है भारत को युद्ध की चेतावनी !

डोकलाम सीमा विवाद

डोकलाम सीमा विवाद – भारत का पड़ोसी देश चीन इन दिनों भारत के सख्त रवैए से इस कदर बौखला उठा है कि वो भारत से युद्ध करने के लिए बेताब है.

दरअसल चीन का कहना है कि 2 अगस्त 2017 की दोपहर से भारतीय सेना के 48 जवान गैरकानूनी ढंग से चीन के इलाके में कब्जा जमाए हुए हैं.

आपको बता दें कि बीते 2 अगस्त से सिक्किम के डोकलाम यानी डोंगलैंग की सीमा को लेकर भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध लगातार बढ़ता ही जा रहा है. दोनों देशों की इस तनातनी से चीन इस कदर बौखला गया है कि वो चीनी मीडिया के जरिए अपनी भड़ास निकाल रहा है.

चीन के एक दैनिक समाचार पत्र के द्वारा चीन ने यह चेतावनी दी है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सख्त रवैया ही भारत को युद्ध की तरफ ढकेल रहा है और ऐसा करके वो अपने देशवासियों के भविष्य को दांव पर लगा रहे हैं.

डोकलाम सीमा विवाद – भारत को भड़काऊ बयानों से ललकार रहा है चीन

चीन की सरकारी स्वामित्व वाली ग्लोबल टाइम्स के जरिए चीन ने कहा है कि मोदी को चीन की विशाल ताकत से वाकिफ होना चाहिए,  जो डोकलाम में घुसपैठ करनेवाले भारतीय सैनिकों को तबाह करने की पूरी ताकत रखती है. और भारत ने एक ऐसे देश को चुनौती दी है जो उससे कही ज्यादा शक्तिशाली है.

जाहिर है ऐसे में अगर भारत चीन के बीच युद्ध होता है तो निश्चित तौर पर भारत को हार का सामना करना पड़ेगा क्योंकि चीन भारत के सभी सैनिकों को तबाह करके उसे सबक सीखाने में सक्षम है.

इतना ही नहीं चीन ने यह चेतावनी भी दी है कि भारत के पास डोकलाम से हटने और अपनी इज्जत बचाने के लिए काफी कम समय बचा है. अगर अब भी भारत अपने कदम पीछे नहीं हटाता है तो फिर चीन उसे सबक सीखाने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

डोकलाम सीमा विवाद – भारत पर लगाया घुसपैठ करने का आरोप

चीनी अखबार के मुताबिक हाल ही में भारत के सीमा दलों ने गैरकानूनी तरीके से बॉडर्र पार करके चीन के इलाके में घुसपैठ की है. चीन का आरोप है कि भारत चीन के इलाके में अतिक्रमण करने के लिए भूटान की आड़ लेकर डोकलाम को विवादित क्षेत्र बनाना चाहता है.

बावजूद इसके चीन की सेना ने संयम बनाए रखा है पर संयम की भी एक सीमा होती है. लेकिन अब चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए भारत के इस गैरकानूनी रवैए का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है और इसमें निश्चित तौर पर जीत चीन की ही होगी.

चीनी मीडिया ने ऐसे साधा मोदी पर निशाना

अपने भड़काऊ बयानों से भारत को युद्ध के लिए ललकारने के साथ ही चीनी अखबार ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार चीन की सद्भावना को कमजोरी समझती है तो इसे उनकी नासमझी ही कहा जा सकता है जो भारत को तबाह करने के लिए काफी है.

इसके साथ ही 1962 के युद्ध का हवाला देते हुए चीनी मीडिया ने मोदी पर लोगों को उकसाने का आरोप लगाया है. चीन की मानें तो मोदी सरकार को भारत के लोगों को यह कहकर नहीं उकसाना चाहिए कि आज 1962 नहीं है और आज भारतीय सेना 1962 की भारतीय सेना नहीं है.

भारत से युद्ध के लिए तैयार है चीन

खबरों की मानें तो भारत से युद्ध करने के लिए चीन पूरी तरह से तैयार है. पीएलए ने पश्चिमी मोर्चे पर कमांड पोस्ट स्थापित की है जबकि भारत-चीन सीमा पर जवान युद्ध के लिए तैयार हैं और रिज़र्व फोर्स की दूसरी कतार बना ली गई है. एयर फोर्स के एयरक्राफ़्ट्स की तैनाती के लिए योजना पूरी हो चुकी है. रॉकेट लॉन्च यूनिट्स तैयार हैं और मोर्चे पर बड़ी मात्रा में सैन्य आपूर्ति की जा चुकी है.

युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार चीन ने भारत को चेतावनी दी है कि भारत के लिए समझदारी इसी में होगी कि वो जल्द से जल्द डोकलाम से अपने सैनिकों को हटाए और चीन से बातचीत करे. अगर भारत ऐसा करने से इंकार करता है तो फिर बाद में उसे हार के साथ शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ेगा. अगर दोनों देशों के बीच एक बार युद्ध शुरू हो गया तो फिर पीएलए भारत को पूरी ताकत के साथ दर्दनाक सबक सिखाएगी.

गौरतलब है कि डोकलाम सीमा विवाद के मुद्दे पर चीन की ओर से लगातार भड़काऊ बयानों की बौछार हो रही है बावजूद इसके भारत शांतिपूर्ण तरीके से लगातार यही कह रहा है कि वह सीमा विवाद के समाधान के लिए बीजिंग के साथ कूटनीतिक संपर्क बनाए रखेगा और युद्ध को टालने की कोशिश करेगा क्योंकि युद्ध से किसी समस्या का समाधान नहीं होता है.