मुस्लिम धर्म की सबसे बड़ी धार्मिक पुस्तक कुरान में तीन जगह साफ़ लिखा गया है कि मुसलमान सूअर का मांस नहीं खा सकता है.
सबसे पहले तो यह बता दें कि इस्लाम में ‘सूअर’ नाम लेना भी हराम ही बोला जाता है.
लेकिन आज तक इस मुद्दे पर मिथ्या बातें की जाती रही हैं. जिस तरह से इस्लाम में सूअर को हराम बोला गया है, आज विज्ञान भी मानने लगा है कि सूअर का मांस इंसान के लिए सही नहीं होता है.
क्या लिखा गया है इस्लाम में:-
इस्लाम में सूअर का मांस क़ुर्आन के स्पष्ट प्रमाण के द्वारा हराम (निषिद्ध) किया गया है, और वह अल्लाह तआला का यह कथन है: ‘‘तुम पर मुर्दा, (बहा हुआ) खून और सुअर का मांस हराम है.’’ (सूरतुल बक़रा:173)
“तुम्हारे लिए (खाना) हराम (निषेध) किया गया मुर्दार, खून, सूअर का माँस और वह खाना जिस पर अल्लाह के अलावा किसी और का नाम लिया गया हो” – कुरआन 5:3
किसी भी परिस्थिति में मुसलमान के लिए इसको खाना वैध बताया गया है सिवाय इसके कि उसे ऐसी ज़रूरत आ जाये जिस में उसका जीवन उसको खाने पर ही निर्भर करता हो.
वैसे शरीयत ग्रंथों में भी सूअर के मांस के हराम किए जाने के किसी विशिष्ट कारण का उल्लेख तो नहीं है, इस के बारे में केवल अल्लाह तआला का यह कथन है कि: “यह निश्चित रूप से गंदा -अशुद्ध और अपवित्र है.”
‘‘और वह (अर्थात् पैग़म्बर) पाक (शुद्ध) चीज़ों को हलाल (वैध) बताते हैं और नापाक (अशुद्ध) चीज़ों को हराम (अवैध) बताते हैं.’’ (सूरतुल आराफ:157)
क्यों सूअर गन्दा जानवर है और इसको खाना क्यों हराम है?
इस्लाम में एक बात साफ़- साफ बोली गयी है कि व्यक्ति को (मुसलमान) गन्दगी से बहुत दूर रहना चाहिए. यहाँ साफ़ बताया गया है कि ऐसी चीज़ों से भी आप दूर रहें जो गन्दी हों. इसलिए मल-मूत्र या दूसरी किसी तरह की गन्दगी कपड़ों पर या बदन पर लग जाएगी तो इन्सान नमाज़ नहीं पढ़ सकता और ना ही कुरान शरीफ पढ़ सकता है जब तक वो उस गन्दगी को साफ़ ना कर दे.
सूअर इंसानोँ और जानवरों की गंदगी खाता है:-
यह जानवर जैसा कि सभी प्रकार के मल खाता है तो इससे यह एक अपवित्र जीव बन जाता है. इसलिए इस्लाम में इसको हराम बोल गया है.
सूअर से होती हैं खतरनाक बीमारियाँ:-
हाल हीं मे कुछ डॉक्टर्स ने बताया है कि सूअर खानो वालो को 57 किस्म की घातक बिमारियाँ हो सकती हैं. अभी विश्व में जो एच1एन 1 जैसा खतरनाक वायरस चल रहा है उसकी वजह यह जीव है.
सूअर में होते हैं ख़ास तरह के कीड़े:-
सूअर में ख़ास तरह के कीड़े होते हैं जो इंसानी शरीर में नहीं जाने चाहिए. यह कीड़े खून में अंडे देते हैं और फिर वह अंडे बाकि पूरे शरीर में फैल जाते हैं. यह अगर दिमाग में चले जाएँ तो इंसान की मौत भी हो सकती है.
सबसे बेशर्म जीव बोला जाता है इसे:-
कहते हैं हम जिस तरह का भोजन करते हैं उसका असर हम पर जरुर पड़ता है. सूअर सबसे बेशर्म जीव है. केवल यही एक ऐसा जानवर है जो अपने साथियों को बुलाता है कि वे आएँ और उसकी मादा के साथ यौन इच्छा पूरी करें.
अब अंतिम बात बेशक आपकी अजीब लग सकती है लेकिन आज विज्ञान भी कहने लगा है कि सूअर का मांस इंसान को नहीं खाना चाहिए.
शायद पश्चिमी देश वाले इस्लाम की इस बात को स्वीकार करते तो शायद विश्व कई तरह की बिमारियों से बच सकता था.
(यह पोस्ट किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए नहीं लिखी गयी है अपितु इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है)