भगवान शिव और नंदी के बीच एक गहरा रिश्ता है.
शायद इसलिए नंदी हमेशा भगवान शिव की प्रतिमा के सामने विराजते हैं. वो न सिर्फ भगवान शिव के वाहन हैं बल्कि शिव के गणों में सबसे श्रेष्ठ भी हैं.
कहा जाता है कि सभी भक्तों की आवाज़ को नंदी ही शिव तक पहुंचाते हैं. नंदी की प्रार्थना को भगवान शिव कभी अनसुनी नहीं करते, इसलिए भक्तों की हर मनोकामना नंदी की बदौलत जल्दी पूरी हो जाती है.
भगवान शिव और नंदी के इस घनिष्ठ संबंध को देखकर मन में यह सवाल उठना लाज़मी है कि क्या भोलेनाथ नंदी के बिना अधूरे हैं?
आज हम आपको बताते हैं कि नंदी भगवान शिव के सारे गणों में सबसे श्रेष्ठ और अच्छे दोस्त कैसे बने?
और नंदी शिव को इतने प्यारे क्यों हैं?