महाबली
महाबली असुर सम्राट और भक्त प्रह्लाद के पोते थे. महाबली का राज्य तीनों लोकों में फैला था. विष्णु ने जब वामन अवतार में उनसे तीन कदम रखने को जगह मांगी तो उन्होंने अपना राज्य, धरती और पाताल बह्ग्वान वामन को समर्पित कर दिया और तीसरा पग रखने के लिए स्वयं का शरीर प्रस्तुत कर दिया. बलि की इस दानवीरता और साहस को देखकर भगवान् विष्णु ने उन्हें चिरंजीवी बना दिया. चिरंजीवी अर्थात जो चिर काल तक जीवित रहे.