यूनियन मिनिस्टर, मुख्तार अब्बास नक्वी ने 21 मई के दिन कुछ ऐसा कह डाला जिसने इस देश के सभी मुसलामानों को एक अजीब सी विडम्बना में दाल दिया है.
उन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप के राजदीप सरदेसाई के द्वारा उछाले गए मुस्लिम माइनॉरिटी और बीफ बैन के एक सवाल का जवाब इस ढंग से दिया जिसने इस देश के बीफ खानेवालों को देशद्रोही साबित कर दिया है!
उन्होंने कहा है कि, “जिस किसी व्यक्ति को बीफ खाना है तो वह पकिस्तान चला जाए.”
जी हाँ! यह था मुख्तार अब्बास नक्वी जी का जवाब! या फिर इसे एक ऐसा बयान कहा जा सकता है जिसने भारत के लोगों के दिमाग में एक दूसरे के प्रति खोट पैदा करने की कोशिश की है!
AIMIM के हेड असदुद्दीन ओवैसी भी वहीँ पर मौजूद थे. उन्होंने नक्वी के जवाब पर पलटवार करते हुए, गोवा, केरल और उत्तर-पूर्व के राज्यों में बीफ के बिकने का कारण पूछा!
ओवैसी के इस सवाल का जवाब देते हुए नक्वी बौखला गए और फिर राष्ट्रवाद की अन्य बातों में लग गए!
इसी पैनल में, 5,00,000 से ज़्यादा मुसलमान जो बीफ बैन के कारण बेरोज़गार हुए हैं, उनकी बेरोज़गारी पर भी सवाल उठाए गए थे और अच्छे दिनों का वादा करनेवाली मोदी सरकार पर अल्पसंख्यक वर्गों के लिए बन रहीं विकास नीतियों पर भी कई सवाल किए गए.
क्या मुख्तार अब्बास नक्वी का यह बयान सही में उनकी दिल के आवाज़ थी? नहीं! मुझे ऐसा नहीं लगता! यह राजनीति है! और यहाँ कुछ भी हो सकता है! इसीलिए एक मुसलमान राजनेता ने बीफ खानेवालों को पकिस्तान जाने को कह दिया!
लाखों मुसलमान बीफ बैन की वजह से बेरोज़गार हुए और अगर भारत एक हिंदू राष्ट्र है और गाय हिन्दुओं के लिए पवित्र है तो क्या मोदी सरकार, गोवा, जम्मू-कश्मीर, केरल जैसे राज्यों में खुले आप बीफ बेच रहे विक्रेताओं पर क्या एक्शन लेगी? क्या भाजपा सरकार बीफ बैन के इन पहलुओं पर कभी ध्यान नहीं देती? या फिर सिर्फ हिंदू मेजोरिटी वाले देश की भावनाओं का फायदा उठाया जा रहा है?
अरे हाँ! मैं तो भूल ही गया था! यैह तो राजनीति है! यहाँ कुछ भी हो सकता है!
गोवा के मुख्य मंत्री, मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि वे गोवा में कभी बीफ बैन लागू होने ही नहीं देंगे. दरअसल, गोवा में माइनॉरिटी की जनसँख्या, गोवा की जनसँख्या की 38% है. तो ऐसे में सरकार भला गोवा और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में बीफ बैन कैसे लागू करेगी?
माना कि मुख़्तार अब्बास नक्वी ने जो कुछ भी कहा, इस देश के सबसे बड़े धर्म को मानने वाले, हिंदू लोगों की श्रद्धा और विश्वास को मद्दे नज़र रखते हुए कहा! लेकिन क्या अपनी टिप्पणी में पकिस्तान को शामिल करना ज़रूरी था? क्या नक्वी साहब बीफ खानेवालों को देशद्रोही कह रहे थे? क्या कभी नक्वी साहब ने बीफ नहीं खाया?
ज़ाहिर तौर पर हिंदुओं के लिए गाय एक पवित्र जानवर है और गाय को हिंदू मान्यताओं में माँ का दर्जा प्राप्त है. लेकिन अगर भाजपा सरकार ने अचानक सन 2015 में बीफ बैन लागू करने की सोची है तो इस निर्णय में और कुछ नहीं, बस गन्दी राजनीति की बू आ रही है!
अगर आपके दिमाग में भी बीफ बैन से संबंधित सवाल उधम मचा रहे हैं तो कृपया नीचे कमेंट कर के अपनी राय हमें बताएँ!
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