- ना काला धन और ना भ्रष्टाचार?
देश अगर युवा क्रांतिकारियों के हाथ में होता, तो देश का धन स्विस बैंक में नहीं गया होता, देश का धन, देश के विकास में काम आ रहा होता. भ्रष्टाचार को भगत जी कब का खत्म कर चुके होते, और हो सकता है कि भ्रष्टाचार का नाम भी हमने नहीं सुना होता. दुःख इस बात का है कि देश की आज़ादी के लिए जो लोग सही अर्थों में लड़े ही नहीं, देश की कमान उन लोगों ने संभाली.