आईसीसी महिला विश्व कप 2017 में भारतीय टीम का शानदार सफर जारी है और टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
टीम इंडिया ने ग्रुप मैचों में मेजबान इंग्लैंड समेत कई बड़ी टीमों को हराकर टॉप-4 में जगह बनाई। ग्रुप मैचों की बात करें तो टीम इंडिया ने 7 मैचों में से 5 में जीत दर्ज की और सिर्फ 2 में टीम को हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान टीम 10 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही। अब सेमीफाइनल में भारतीय टीम का सामना ऑस्ट्रेलिया से होना है।
हम आपको बताएंगे कि कैसे भारतीय टीम ने आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल तक का सफर तय किया और सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के लिए कितना बड़ा खतरा साबित हो सकती है।
मेजबान इंग्लैंड को धूल चटाकर जीत के साथ किया टूर्नामेंट का आगाज:
मिताली राज की कप्तानी में भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में अपना पहला मैच मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ खेला। दोनों देशों के बीच ये मैच 24 जून को खेला गया। इस मैच में हर कोई इंग्लैंड को मजबूत मानकर चल रहा था लेकिन टीम इंडिया ने अपने दमदार प्रदर्शन से हर किसी को चौंका कर रख दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 3 विकेट के नुकसान पर 281 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 246 रनों पर ही सिमट गई। भारत ने मुकाबले को 35 रनों से अपने नाम कर लिया था।
वेस्टइंडीज को हराकर टीम ने लगातार दूसरा मैच जीता:
टूर्नामेंट में भारत का दूसरा मैच वेस्टइंडीज से था। दोनों देशों के बीच ये मुकाबला 29 जून को खेला गया। टीम इंडिया के सामने चुनौती थी कि वो इस मैच को भी जीतकर ये साबित करे कि इंग्लैंड के खिलाफ जीत कोई तुक्का नहीं थी। इस मैच में वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की और वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। वेस्टइंडीज की टीम 50 ओवरों में 8 विकेट खोकर सिर्फ 183 रन ही बना सकी। जवाब में भारतीय टीम ने मुकाबले को 7 विकेट से अपने नाम कर टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत दर्ज की।
पाकिस्तान को धूल चटाकर टीम इंडिया ने लगाई जीत की ‘हैट्रिक’:
2 जुलाई को भारत के सामने पाकिस्तान की टीम थी। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय टीम की हार का गम दर्शक अभी भुला भी नहीं पाए थे कि एक बार फिर से पाकिस्तान की टीम भारत के सामने थी। हालांकि इस बार महिलाओं के बीच मुकाबला था, लेकिन रोमांच में कोई कमी नहीं थी। मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी की। पाकिस्तान के गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाज लगातार आउट होते चले जा रहे थे। कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर नहीं टिक पा रहा था। हालांकि सभी बल्लेबाजों के प्रयासों की मदद से भारतीय टीम ने 169 रनों का स्कोर खड़ा किया। पहली पारी के बाद टीम इंडिया दबाव में थी। लेकिन टीम जब गेंदबाजी के लिए उतरी तो मैदान पर आते ही भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाना शुरू कर दिया। भारतीय टीम ने लगातार विकेट झटके और पाक टीम को भारी दबाव में ला दिया। अंत में भारत ने पाकिस्तान को 74 रनों पर ढेर कर दिया और मुकाबले को 95 रनों से अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही भारत ने जीत की हैट्रिक लगा दी।
श्रीलंका को हराकर टीम इंडिया ने लगाया जीत का ‘चौका’:
5 जुलाई को भारत के सामने श्रीलंका की टीम थी। इस मुकाबले से पहले टीम इंडिया लगातार 3 मैच जीत चुकी थी। मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी की। भारतीय टीम ने मुश्किल विकेट पर शानदार केल दिखाया। टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने टिककर बल्लेबाजी की और श्रीलंका के सामने जीत के लिए 233 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में भारतीय टीम के गेंदबाजों के सामने श्रीलंका का कोई भी बल्लेबाज नहीं चल सका और पूरी टीम 216 रन ही बना सकी। भारतीय टीम ने मुकाबले को 16 रनों से जीतकर जीत का चौका लगा दिया।
दक्षिण अफ्रीका ने भारत को पहली हार का स्वाद चखाया:
8 जुलाई को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मुकाबला खेला गया। आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने के लिहाज से भारत को ये मुकाबला किसी भी हाल में जीतना था। मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाया और बोर्ड पर 273 रन टांग दिए। भारत को जीत के लिए 274न रन बनाने थे। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों के सामने भारतीय टीम घुटने टेकते चली गई और पूरी टीम मात्र 158 रनों पर सिमट गई। भारत मुकाबले को 115 रनों से हार गया। इस हार ने भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने का इंतजार और बढ़ा दिया।
ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत को लगातार दूसरी हार मिली:
भारत के पास एक बार फिर से आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका था। इस बार विरोधी टीम थी ऑस्ट्रेलिया। ऑस्ट्रेलिया के सामने भारत की एक नहीं चल सकी और कंगारुओं ने टीम इंडिया को 8 विकेट से धो दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 226 रन बनाए, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य को 2 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।
सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए कीवी टीम को हर हाल में देनी थी शिकस्त:
भारतीय टीम के सामने आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने का ये आखिरी मौका था। अगर टीम इस मैच को हार जाती तो टूर्नामेंट से बाहर हो जाती। लेकिन इस मैच में टीम इंडिाया ने अपने खेल के स्तर को उठाया और कीवी टीम को धूल चटाकर सेमीफाइनल में जगह बना ली। 15 जुलाई को खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट के नुकसान पर 266 रन बनाए। जबकि भारत ने न्यूजीलैंड को 79 रनों पर ही ढेर कर दिया। इस तरह भारत ने मुकाबले को 92 रनों से जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।
सेमीफाइनल में आसान नहीं ऑस्ट्रेलियाई चुनौती:
आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल में टीम इंडिया के सामने ऑस्ट्रेलियाई टीम होगी। भारत के लिए ये मुकाबले किसी भी लिहाज से आसान नहीं होगा। ग्रुप मैचों में पहले ही ऑस्ट्रेलिया भारत को हार का स्वाद चखा चुका है। इस लिहाज से टीम इंडिया को इस बड़े मुकाबले में अपनी खामियों को दूर कर मजबूत इरादे से मैदान पर उतरना होगा। स्मृति मंधाना, मिताली राज पर बड़ा स्कोर करने का दारोमदार होगा। तो वहीं गेंदबाजी में झुल्लन गोस्वामी, शिखा पांडे पर जिम्मेदारी होगी।
ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 10 आईसीसी महिला विश्व कप में से 6 जीते हैं। साफ है कि विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की टीम बेहद मजबूत है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की टीम का भारत के खिलाफ भी रिकॉर्ड बेहतरीन है। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच हुए अब तक के मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया ने 34 मैचों में जीत दर्ज की है और 8 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। कुल मिलाकर भारत को अगर इस मुकाबले को जीतना है तो उन्हें एक इकाई के रूप में शानदार खेल दिखाना होगा।