सम्मोहन के समय – किसी व्यक्ति का मस्तिष्क जब सम्मोहन से प्रभावित होता है तो ध्यान देने योग्य और कम परिधीय जागरूकता वाली स्थिति पैदा होती है और मस्तिष्क कोई भी गतिविधि करने योग्य नहीं रहता।
शोधकर्ताओं की मानें तो सम्मोहन मस्तिष्क के विशेष क्षेत्रों को प्रभावित करता है, जबकि दूसरी ओर यह देखने की गतिविधियों को प्रोत्साहित करता है और यहां तक कि दिमाग की गहरी प्रसंस्करण संचालन को खराब कर देता है, जैसे की गिनती करना।
जर्मनी के जेना शहर में फ्रेडरिक शिलर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वोल्फगैंग मिल्टनर ने कहा “हमारे अध्ययन में हम देखना चाहते हैं कि कैसे मस्तिष्क सम्मोहन को सम्भव बनाता है”।
वैज्ञानिक रिपोर्ट पत्रिका में विस्तृत अध्ययन के लिए, टीम ने देखने वाली विज़ुअल इस्टिमुयली पर और भी बारीकी से देखा और इस अध्ययन में भाग लेने वाले लोगों से स्क्रीन पर देखने को कहा जिस पर विभिन्न प्रकार के चिह्न बने हुए थे। जैसे कि एक वृत या त्रिकोण आकार का चिह्न। उसके बाद उनसे किसी एक चिह्न की गणना करने को कहा गया। इसी के साथ उन्हें बताया गया कि वह सोचें की उनकी आंखों के सामने एक लकड़ी का बोर्ड है।
सुझाव अवरुद्ध के परिणामस्वरूप, गिनती करने की गतिविधियों में काफी वृद्धि हुई।
शोधकर्ताओं ने कहा “जब हम प्रतीकों को संसधित करते समय मस्तिष्क में होने वाली तंत्रिका प्रक्रियाओं को देखते हैं, तो पाते हैं कि गिने जाने वाली गतिविधियों में लगभग बाद में 400 मिलीसेकेंड का फर्क आता है, जिसके अनुसार मस्तिष्क की गतिविधियों में अत्यधिक कमी है। हालांकि सामान्य रूप से यह गतिविधियां काफी अधिक होनी चाहिए।
वैज्ञानिको ने बताया कि उत्तेजना की प्रस्तुति के बाद 200 मिलीसेकेंड तक देखे जाने में कोई अंतर नही है। जिससे पता चलता है कि गहरे संचालन में मस्तिष्क को गिनती करने में बेहद मुश्किले आती हैं।