नासा ने जारी किया अमेरिका की तरफ बढ़ रहे हरिकेन फ्लोरेंस का वीडियो
साल दर साल पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है और ग्लोबल वार्मिंग के कारण अब जलवायु पहले की तरह बैलेंस नहीं रही। कभी बहुत तेज की भीषण गर्मी पड़ती है तो कहीं भीषण बाढ़ आ जाता है। कहीं सुनामी का खतरा होता है तो कहीं अल-नीलो और कैटरीना तूफान का खतरा होता है। इन खतरों की सबसे बुरी बात यह है कि इनके सामने इंसान हमेशा बेबस ही होता है। अब तक इंसान को प्रकृति के इस बर्बादी से निपटने का कोई उपाय नहीं मिला है। वैसे तो इंसान चांद और मंगल पर पहुंच रहा है और कहां उसे खुद की पृथ्वी को बचाने का उपाय नहीं मिल रहा है।
अमेरिका की तरफ बढ़ रहा यह तूफान हरिकेन फ्लोरेंस
अमेरिका इस दुनिया का सबसे अधिक डेवलप देश ही। यहां पर हर तरह की टेक्नोलॉजी है। लेकिन इसके साथ ही अमेरिका सबसे ज्यादा तूफानों से भी पीड़ित देश रहा है। अमेरिका में सैंडी, मैथ्यू, कैटरीना आदि बड़े-बड़े तूफान आ चुके हैँ और इससे अमेरिका की काफी बर्बादी हुई थी। लेकिन अमेरिका विकसित देश है इसलिए वह तुरंत इस बर्बादी से उबर गया। लेकिन बर्बादी तो बर्बादी होती है। इस तूफान की चपेट में जो लोग आए उनकी जेहन में अब भी इस तूफान की यादें होंगी।
ये यादें फिर से एक बड़े तूफान से ताजा होने वाली हैं। नासा ने दावा किया है कि एक बड़ा सा तूफान अमेरिका की तरफ बढ़ रहा है।
हरिकेन हो सकता है ये तूफान
यह तूफान हरिकेन हो सकता है। यह तूफान अमेरिका के पूर्वी तट की तरफ बढ़ रहा है। नासा ने अमेरिका के पूर्वी तट की तरफ बढ़ रहे हरिकेन फ्लोरेंस का वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में चक्रवात जैसी परछाईं नजर आ रही है जिसे हरिकेन तूफान बताया जा रहा है। अगर यह तूफान अमेरिका के शहर के बीच आता है तो बहुत अधिक तबाही मचेगी।
कैरोलिना और मैरीलैंड को सबसे अधिक खतरा
इस तूफान हरिकेन फ्लोरेंस का सबसे अधिक खतरा नॉर्थ कैरोलिना, साउथ कैरोलिना के समुद्री तटीय क्षेत्रों और मैरीलैंड व वर्जीनिया जैसे मिड अटलांटिक राज्यों पर है। इस खतरनाक तूफान के कारण राजधानी वॉशिंगटन डी.सी. समेत दो राज्यों (वर्जीनिया और मैरीलैंड) में आपातकाल घोषित कर दिया गया है।
श्रेणी-5 के स्तर का तूफान हरिकेन फ्लोरेंस
यह तूफान श्रेणी-5 के स्तर का बताया जा रहा है। जिसके कारण अमेरिका की कुछ जगहों पर इमर्जेंसी का ऐलान कर दिया गया है। फ्लोरेंस तूफान के डर के कारण वर्जीनिया, नॉर्थ और साउथ कैरलाइना के तटीय इलाके खाली करवाए जा रहे हैं।
15 लाख लोग होंगे विस्थापित
वर्जीनिया, नॉर्थ और साउथ कैरलाइना में रहने वाले 15 लाख से ज्यादा लोगों को घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। इस तूफान से एक महाविनाश का एक खतरा भी मंडरा रहा है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक जिस रास्ते से फ्लोरेंस तूफान आगे बढ़ रहा है उसपर 6 न्यूक्लियर पावर प्लांट हैं।
सुरक्षित हैं न्यूक्लियर पावर प्लांट
अमेरिका के फेडरल अधिकारियों के अनुसार ये सारे न्यूक्लियर पावर प्लांट सुरक्षित हैं। लेकिन कुछ एक्सपर्ट्स इन अधिकारियों के दावों पर शंका कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि तूफान की वजह से आने वाली बाढ़ और तेज बारिश उनके सुरक्षा कवच को नुकसान पहुंचा सकती है। ये सभी 6 न्यूक्लियर पावर प्लांट नॉर्थ और साउथ कैरलाइना में स्थित हैं।
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने नॉर्थ और साउथ कैरलाइना में आपात स्थिति की घोषणा कर दी है। अब देखना यह है कि अमेरिका इस तूफान हरिकेन फ्लोरेंस से कैसे निपटता है।