1994 अफ्रीका में किगली में हवाई जहाज के अंदर बोर्डिंग के समय रवांडा के राष्ट्रपति हेबिअरिमाना और बुरुन्डियान के राष्ट्रपति सिप्रेन की क्रूरता पूर्वक हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद ये भयानक नरसंहार शुरू हुआ. यूरोपीय देशों की राजनीति में क्रूरता पूर्वक जनसंहार किया गया. यह नरसंहार आधुनिक दुनिया के इंसानों की इंसानियत को कलंकित करने वाली घटना थी, जिसको किसी ने रोकने की कोशिश तक नहीं की. लगभग 100 दिनों तक नरसंहार किया गया, जिसमें लगभग दस लाख लोगों की मौत हुई थी जो पूरी आबादी का लगभग 20 प्रतिशत भाग था.