चीन को सबक सिखाने के रास्ते – भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी खराब हो चले हैं और विशेषज्ञों की मानें तो दोनों के बीच के रिश्ते 1962 से भी खराब हैं। आए दिन भारत और चीन के जवानों के बीच धक्का-मुक्की की खबरें आ रहीं हैं। दरअसल, चीन को भारत की भूटान में दखलअंदाजी रास नहीं आ रही है और इसीलिए चीन भारत सीमा पर विवाद बढ़ा रहा है।
हालांकि चीन इस बात को जानता है कि भारत से इस बार युद्ध का मतलब उनकी अर्थव्यवस्था को जबर्दस्त झटका लगना होगा। इसलिए चीन भारत से युद्ध का खतरा मोल नहीं लेगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के पास चीन को सबक सिखाने का युद्ध के अलावा भी ऐसे रास्ते हैं जिससे भारत चीन को रास्ते पर ला सकता है।
आखिर कौन से हैं ये चीन को सबक सिखाने के रास्ते ?
आइए आपको बताते हैं चीन को सबक सिखाने के रास्ते ।
चीनी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाकर भारत तोड़ सकता है चीन की कमर:
ये सब जानते हैं कि आज भारत में चीन लोगों के घर तक घुस गया है। किचन, पूजा रूम हो या फिर ड्रॉइंग रूम हर किसी के घर में चीन का कोई न कोई सामान जरूर मिल जाएगा। कारोबार के लिहाज से भारत चीन का सबसे बड़ा बाजार है। साल 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में चीन की सालाना आय 6 गुना बढ़कर 87 करोड़ डॉलर पहुंच गया। जो कि साल 2014 की तुलना में 6 गुना ज्यादा था। साफ है चीन तेजी से भारत में अपने पैर पसार रहा है। एक तरफ तो चीन भारत में कारोबार करता है और दूसरी तरफ से चीन भारत को आंखे भी दिखाता है। ऐसे में अगर भारत सरकार चीन के उत्पादों पर रोक लगा दे और भारत में चीन के हर सामान पर प्रतिबंध लगा दे तो चीन की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा जाएगी।
भारत के इस कदम से चीन की जीडीपी को तगड़ा झटका लगेगा। अर्थशास्त्रियों और बाजार विशेषज्ञों की मानें तो अगर भारत सरकार चीन के हर सामान पर रोक लगा दे और चीनी सामनों का बहिष्कार करे तो चीन की सड़कों पर आने जैसी हालत हो जाएगी। चीन अपना सबसे ज्यादा सामान भारत में बेचता है और भारत सरकार के चीनी सामानों पर प्रतिबंध लगाने से उनका सबसे बड़ा बाजार उनसे दूर हो जाएगा।
किसी भी देश की तरक्की उनकी अर्थव्यवस्था पर बहुत हद तक निर्भर रहती है और ऐसे में भारत के इस कदम से चीन की जीडीपी पर बहुत तगड़ा प्रभाव पड़ेगा।
विदेश नीति से भी चीन पर डाला जा सकता है दबाव:
ये भी सच है कि पिछले कुछ सालों में भारत और अमेरिका के बीच अच्छे संबंध रहे हैं। इसके अलावा भारत के जापान, इजरायल, रूस जैसे बड़े देशों के साथ भी काफी अच्छे संबंध हैं। गौर करने वाली बात ये है कि इन सभी देशों के साथ चीन के संबंध कुछ खास नहीं हैं। ऐसे में भारत विदेश नीति के जरिये चीन पर चारों ओर से दबाव बना सकता है। विदेश नीति से भारत चीन को हर तरफ से घेर सकता है और दूसरे देशों के दबाव में चीन को झुकना पड़ सकता है।
हाल ही में पीएम मोदी ने कई देशों की यात्रा कर दूसरे देशों के साथ संबंध और मजबूत कर लिए हैं और ये भारत के पक्ष में जाता है। क्योंकि चीन के साथ किसी भी गतिरोध में भारत को इन देशों का साथ और सहयोग मिल सकता है।
ये है चीन को सबक सिखाने के रास्ते – इतना तो तय है कि आज दुनियाभर में कोई भी देश युद्ध नहीं करना चाहता। क्योंकि युद्ध से अर्थव्यवस्था को तो नुकसान पहुंचता ही है साथ ही जान-माल का भी भारी नुकसान होता है। चीन विकसित देश है और भारत विकास के रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा है ऐसे में दोनों में से कोई भी एक दूसरे से युद्ध करके देश की उन्नति को पीछे नहीं धकेलना चाहेगा। अच्छा रहेगा कि अगर दोनों देश एक साथ आपस में बैठकर शांति के साथ मामले को सुलझाएं।
इससे दोनों देश विश्व को एक संदेश भी देने में कामयाब होंगे कि किसी भी गंभीर से गंभीर मुद्दे का समाधान शांति से भी सुलझाया जा सकता है।