वास्तुशास्त्र का क्षेत्र इतना विस्तृत है कि इसमें हर उस चीज़ का विशेष महत्त्व बताया गया है जिसका रोज हमारे दैनिक जीवन में काम पड़ता है।
जैसे घर की स्थिति, दिशाओं का विशेष ध्यान और कौन सी वस्तु कहा होनी चाहिए इसके बारे में हम वास्तुशास्त्र से अच्छे से जान सकते है।
वैसे आपको बता दें कि वास्तु का असर हमारे जीवन में बहुत गहरा पड़ता है इसलिए हमेशा से ही वास्तु का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
कुछ ऐसा ही घर में दिवार घड़ी को लगाने के साथ भी है, क्योंकि अगर आप दीवार घड़ी को विशेष जगह पर लगाते है तो उसके बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ते है। कहा जाता है की वास्तुशात्र के अनुसार दीवार घड़ी आपके बुरे समय को अच्छे समय में बदल सकती है।
तो आइये जानते है दीवार घड़ी से सम्बन्धित कुछ ऐसे ही तथ्य जो वास्तुशास्र् में बताये गये है-
1. वास्तु के अनुसार दिवार घड़ी को गलती से भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इससे घर के मुखिया की तबियत पर बुरा असर पड़ता है।
2. दरवाजे के ऊपर घड़ी लटकाने से भी घर में नकारात्मक उर्जा आती है और घर में तनाव आता है।
3. घर में गलती से भी ख़राब या बंद पड़ी घड़ी को नहीं रखना चाहिए इससे नेगेटिविटी आती है और विचारो में भी नकारात्मकता आती है।
4. वास्तुशात्र के अनुसार घर में पेंडुलम वाली घड़ी लगाना शुभ होता है इससे इंसान की तरक्की के द्वार खुलते है।
5. वास्तु के अनुसार पेंडुलम वाली घड़ी को उत्तर, पूर्व या पश्चिम दिशा में लगाना सबसे शुभ होता है।
6. वास्तु में घड़ी के आकार-प्रकार के बारे में भी कई बाते बताई गई है। वास्तु के अनुसार घड़ी का आकार गोलाकार या चोकोर होना चाहिए, कहा जाता है कि इससे घर में प्रेम और शांति आती है साथ इसके कई सकारात्मक प्रभाव भी पड़ते है।
हर घर में दीवार घड़ी होना एक आम बात है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि घडी को वास्तु के अनुसार लगायेंगे तो आपकी जिंदगी में कई सकारात्मक प्रभाव पड़ेंगे। अगर आपके घर में भी घड़ी वास्तु के अनुसार नहीं है तो जाइये इसे अभी बदल दीजिये।