फेसबुक पर स्टेटस डाला? हाँ!
फेसबुक पर नयी लड़कियों को दोस्त बनाया? हाँ!
उनकी फोटोज को लाइक किया, कमेंट किया? हाँ!
फेसबुक से पैसे कमाए? हैं????? नहीं!!!!!
निकल गयी न हवा? सोचा नहीं ना कभी कि फेसबुक पर दिन भर चिपके रहने से पैसे भी कमाए जा सकते हैं? होता है दोस्तों, ऐसा भी होता है!
चलो आपको बताते हैं नीतू सिंह (परिवर्तित नाम) के बारे में| यह सुन्दर सुशील पढ़ी लिखी महिला हैं जिन्होंने हम सभी की तरह फेसबुक पर अपना अकाउंट बनाया ताकि नए दोस्त बना सकें, पुराने दोस्तों की खोज खबर ले सकें लेकिन जल्द ही इनका शातिर दिमाग़ एक अलग ही दिशा में दौड़ने लगा! यह समझ गयीं की दुनिया में बहुत से लोग हैं जो सिर्फ इनकी तसवीरें देखना चाहते हैं, इनसे बात करना चाहते हैं| फिर क्या था, अंधाधुंध इन्होंने नए दोस्तों को अपनी सूची में शामिल करना शुरू किया| देखते ही देखते ५००० दोस्त पूरे हुए और इनकी लोकप्रियता सोशियल मीडिया पे चरम सीमा पर पहुँच गयी!
खूबसूरत फोटो पोस्ट कर कर के यह अच्छी खासी लोकप्रियता पा रही थीं | एक एक फोटो पर हज़ारों लाइक्स और कमेंट्स! लोग वाक़ई समझने लगे थे की यह कोई प्रसिद्ध हस्ती हैं| लेकिन प्रसिद्ध क्यों हैं, किस श्रेत्र से हैं, यह पूछने की फुर्सत किसे थी! लोग तो, जिन में की ज़्यादातर पुरुष शामिल थे, उनकी हर दिन नयी आई तस्वीर को देख देख कर मंत्रमुग्ध हुए जा रहे थे!
फिर बना इनका एक अपना पेज जिस पर हज़ारों लाखों की तादाद में लोग जुड़ने लगे और देखते ही देखते यह मोहतरमा इंटरनेट की सेलिब्रिटी बन गयीं!
फेसबुक के ही ज़रिये कुछ समाज सेवक संस्थाओं और कुछ बड़े नामों से जुड़ गयीं जिन्होंने इन्हें सिर्फ इस बात के लिए अवार्ड दे डाले कि यह खूबसूरत दिखती हैं और इनके जुड़ने कि वजह से संस्था को फण्ड आने में आसानी रहेगी! सब लोचा लापाचा होता है जनाब! लेकिन फायदा सभी का है इस में !
अब अवार्ड वाली फोटो दिखा दिखा कर तो ये मोहतरमा ज़बरदस्त लाइमलाइट में आ गयीं न!
इसके बाद आई बारी लोगों को ये बताने की कि वाक़ई इन्होंने कोई तीर मारा है और सिर्फ अपना तशरीफ़ का टोकरा किसी पार्टी/इवेंट में ले कर जाने के इन्होंने पैसे मांगने शुरू किये! अब हमारे देशवासी तो वैसे ही सेलिब्रिटीज के लिए जान देने को तैयार हो जाते हैं, कुछ रुपयों का तो मोल ही क्या? पर्स खुल गए, बैंक-खातों में सिक्के बजने लगे, मैडम जी पर धन की बरसात शुरू हो गयी! अब तो लोग उन्हें अपनी पार्टियों, दावतों में बुलाने को इतने उत्सुक हो चुके हैं कि एक बार बुलाने के २ लाख रुपये भी मानो चिल्लर नज़र आते हैं!
बताईये! किया क्या इन्होंने? कुछ नहीं!
किसी का भला, कोई चैरिटी, किसी फिल्म-सीरियल में काम, राजनीती में कोई उपलब्धि? जी नहीं, कुछ भी नहीं!
बस फेसबुक पर हज़ारों को अपनी ख़ूबसूरती से लुभाया, कुछ बड़े लोगों से दोस्ती बढ़ाई, अपने आप को एक ब्रांड बनाया और लगीं नोट छापने!
पर इस में इनका कोई दोष नहीं है, यह तो हम आप हैं जो ऐसे वेल्ले लोगों को ख़ास बना देते हैं और मौका दे देते हैं कि हमारी जेब से हमारे पैसे ले जाएँ और हम उफ़ भी ना करें!
वैसे अगर आप भी इतने ही सुन्दर और ख़ास दिखते हैं तो कोशिश कर के देखिये! क्या पता आपका सिक्का भी चल जाए और हम अगली खबर आप ही के नाम की छाप दें!
लगे रहिये फेसबुक पर, किस्मत तो चमक सकती है यारों!