5) घूम आओ
यार ये वाला आईडिया ज़रा रिस्की हो सकता है लेकिन काम कर गया तो मुसीबत विकराल रूप लेने से पहले ही खिस्याई हुई बिल्ली की तरह दरवाज़े से बाहर निकाल जायेगी! कुछ करना नहीं है, बस प्यार से अपनी गर्लफ़्रेंड से कहो कि चलो कहीं घूम आते हैं, या चलो थोड़ा टहलते हुए बात करते हैं| अगर मैडम जी मान गयीं तो समझो आधा ग़ुस्सा शांत हो चुका है, बाकी चलते-फिरते हवा हो ही जाएगा!
वैसे तो यह सब आसान नहीं है और इस सबके बावजूद भी गर्लफ़्रेंड का कहर आप पर टूट सकता है पर कोशिश करने में क्या दिक्कत है? वैसे भी जूते पड़ने हैं, ऐसे भी! कम से कम कोशिश करके खाओ, पता चलेगा आगे से क्या नहीं करना है!
ऑल द बेस्ट!