मंत्र और तंत्र साधना से हम लोग बहुत ही ज्यादा डरते हैं.
लेकिन यह बात सत्य है कि अगर एक बार तंत्र-मन्त्र के ज्ञान को समझ लिया जाए तो जीवन जीना काफी हद तक सरल हो जाता है.
यहाँ ऐसा नहीं बोला जा रहा है कि आप तंत्र-मन्त्र का साथ लेकर मेहनत और कर्म करना छोड़ दें किन्तु मेहनत के साथ अगर मन्त्र साथ हो सफलता ज्यादा जल्दी मिल जाती है.
तो आज आपको बताने वाले कुछ ऐसे ही मन्त्र और तंत्र ज्ञान जो आपको धन की प्राप्ति करवा सकते हैं और दुश्मनों का खात्मा कर आपको राहत प्रदान कर सकते हैं.
दुश्मन से हैं परेशान
अगर आप अपने दुश्मन से परेशान है या वह आपको हर कार्य में तकलीफ दे रहा है तो आपको बहुत अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप नित्य रोज गायत्री मन्त्र का जाप करते रहें और साथ ही साथ ॐ नमः शिवाय का जप करते वक़्त दुश्मन की तस्वीर आँखों में लाते रहें. यह कार्य करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करें कि आपको इस व्यक्ति से वह राहत प्रदान करें.
लेकिन याद रखें कि किसी के बुरे होने की प्रार्थना आपको नहीं करनी है. जो व्यक्ति दूसरों का बुरा चाहता है उसके साथ खुद बुरा हो जाता है.
इसके साथ-साथ आप काजल से जमीन पर दुश्मन का नाम लिखकर उसको अपने पैरों से मिटा दें और साथ में ।। ऊँ घ्रौं घ्रौं घ्रौं शत्रुनाशाय गं ऊँ फट् ।। इस मंत्र का जप करते रहें. कुछ ही दिनों में आपके दुश्मन शांत हो जायेंगे.
धन प्राप्ति के अचुक मन्त्र
ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः. इस मंत्र की कमलगट्टे की माला से प्रतिदिन जप करने से धन प्राप्ति होती है. यह मंत्र धन प्राप्ति का एक शक्तिशाली हथियार बताया जाता है.
मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने 11 दिनों तक अखंड ज्योत (तेल का दीपक) प्रज्ज्वलित करें. 11वें दिन 11 कन्या को भोजन कराकर एक सिक्का व मेहंदी दें.
इसके साथ-साथ अगर आपके कार्य नहीं बन पा रहे हैं तो आप ऐसे में एक नींबू के चार बराबर टुकड़े करें और चौराहे पर जाकर इसको चारों दिशाओं में फेंकने से लाभ प्राप्त होता है.
धन प्राप्ति के लिए एक सबसे आसान सा उपाय हनुमान चालीसा का निरंतर जप भी बताया जाता है. आप हनुमान चालीसा का पाठ करते रहें और विचारों से धन की प्राप्ति की कामना करते रहें तो निश्चित रूप से फायदा प्राप्त होता है.
तो इन उपायों को आप जरूर करके देखें लेकिन यहाँ ध्यान रखें कि आपको सिर्फ खुद के फायदे पर ध्यान देना है ना कि किसी के बुरे करने पर. जो व्यक्ति जैसा दूसरों के लिए सोचता है वह उसी के साथ होता है.
खुशियाँ बांटने से खुशियाँ ही प्राप्त होती हैं.