जरुरी नहीं है कि उसी व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक डाक्टर की आवश्यकता होती है जो पागल हो गया है.
हकीकत में वर्तमान में तो हर व्यक्ति को ही कुछ समय बाद मनोवैज्ञानिक के पास चले जाना चाहिए. लेकिन फिर भी भारत में मनोवैज्ञानिक छोड़ों लोग डाक्टर के पास तभी जाते हैं जब वह गंभीर हो जाते हैं.
आज हम आपको बताने वाले हैं कि आप कैसे पहचानें कि आपको एक मनोवैज्ञानिक डाक्टर की जरूरत है. क्योकि हमारा शरीर ही कुछ संकेत करने लगता है किन्तु हम इनको पहचान नहीं पाते हैं-
1. यदि आप आत्महत्या की सोचते हैं
अब यदि आपका दिमाग या मन आत्महत्या जैसे ख्याल दिल में लाता है और आप उसकी तैयारी कर रहे हैं तो आप समझ लें कि आपको मनोवैज्ञानिक डाक्टर की अब जरूरत है. इस तरह के व्यक्ति को तो तुरंत मनोवैज्ञानिक के पास चला जाना चाहिए.
2. आपको अकेले रहना अच्छा लगता है
यदि आपको अकेले रहना अच्छा लगता है तो यह कोई शौक नहीं बल्कि एक गंभीर समस्या है. आप जल्द से जल्द मनोवैज्ञानिक के पास अपना समय बुक कर लीजिये.
3. आपको अगर ब्लैक रंग पसंद आने लगा है
जी हाँ, कुछ रिसर्च बताती हैं कि अगर किसी व्यक्ति को काला रंग पसंद आने लगा है तो यह नकारात्मक बात है. इस तरह का व्यक्ति किसी अवसाद में है, घर वालों को समझ जाना चाहिए.
4. व्यक्ति यदि चिढ़ने लगा है
यदि कोई व्यक्ति अधिक चिढ़ने लगा है और बाद-बात में वह चिल्लाने लगता है तो आपको समझ लेना चाहिए कि इस व्यक्ति को अब डाक्टर की जरूरत है. जरुरी नहीं है कि हर व्यक्ति पागल ही हो तभी मनोवैज्ञानिक के पास जाए, यह बीमारी शुरूआती स्तर पर सही भी हो जाती है.
5. गुस्सा आता है
अगर आपको काफी गुस्सा आता है और बात-बात पर आप चिल्लाने लगते हैं और पूरा दिन आप लाल ही रहते हैं, हंसना आपको पसंद नहीं है तो आप मनोवैज्ञानिक के पास जाएं.
6. कई बार दुनिया से भाग जाने का करता है
इस बीमारी को अवसाद भी कहते हैं, इसके अन्दर व्यक्ति बड़े लक्ष्य रखता है किन्तु प्राप्त कुछ हो नहीं रहा होता है तो उसका दिल करता है कि काश दुनिया से कहीं दूर भाग जाया जाये.
7. रात को नींद ना आये
यदि आपको रात को नींद नहीं आती है तो आप समझ लीजिये कि आपको मनोवैज्ञानिक की जरूरत आ गयी है. वह आपकी कुछ क्लास लेगा और तब कुछ दवाएं देकर आपकी मदद करेगा.
8. यदि सपने भी लाल आये
लाल सपनों से तात्पर्य है कि यदि आपको रात में सपने भी काफी बुरे आते हैं जिनमें खून-खराबा होता है या मार-काट होती है तो आपको मनोवैज्ञानिक के पास जाना चाहिए.
9. आपका दिल किसी काम में ना लगे तो
यदि आपका दिल किसी काम में नहीं लगता है या आप थके रहते हैं और बार-बार काम बदल रहे हैं तो आपको मनोवैज्ञानिक की जरूरत है.
तो अब अगर आपको भी अपने अन्दर इनमें से कोई समस्या नजर आ रही है तो बिना देर किये आप मनोवैज्ञानिक डाक्टर के पास जाये और अपनी समस्या का हल उससे प्राप्त करें. ध्यान रखें अवसाद एक ऐसी बीमारी है जो आगे चलकर गंभीर परिणाम देती है.
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