क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे मुश्किल काम है मेडिटेशन यानि ध्यान लगाना.
ये एक ऐसा काम है जो हर किसी के बस की बात नहीं है. हम में से ज्यादातर लोग पांच मिनट तक भी ध्यान नहीं लगा सकते. जबकि पुराने ज़माने में बड़े-बडे़ ऋषि मुनि खुद को परमात्मा से जोड़ने के लिए ध्यान का ही सहारा लेते थे.
हम आपको बताएँगे दुनिया के इस सबसे मुश्किल काम को आसानी से कैसे किया जाता है.
क्या होता है मेडिटेशन ?
मेडिटेशन यानि ध्यान एक ऐसी क्रिया है जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का काम करता है. ध्यान न सिर्फ मन को शांति प्रदान करता है बल्कि इंसान के अंदर एक नई ऊर्जा का संचार करता है.
ध्यान का संबंध सिर्फ आध्यात्म से नहीं बल्कि विज्ञान से भी है. ध्यान ही एकमात्र ऐसा साधन है जिससे कई बीमारियों पर जीत हांसिल कर जिंदगी को खुशहाल बनाया जा सकता है.
मेडिटेशन के फायदे —
– ध्यान करने से तनाव और डिप्रेशन से छुटकारा मिलता है.
– एल्जाइमर, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है.
– मन में नकारात्मक विचार नहीं आते. धूम्रपान और नशा करने की आदत से छुटकारा मिल सकता है.
– मेडिटेशन से हमारा दिमाग शांत रहता है. याददाश्त तेज़ होती है. स्ट्रेस और टेंशन से मुक्ति मिलती है.
– मनोवैज्ञानिक बीमारियों जैसे डिमेंशिया, अवसाद, ओसीडी और सिजोफ्रेनिया होने की संभावना कम होती है.
– सिरदर्द से छुटकारा मिलता है. आत्मज्ञान की प्राप्ति होती है और जीवन के उद्देश्य को समझने में मदद मिलती है.
मेडिटेशन के कई तरीके —
वैसे लोग मेडिटेशन करने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं. लेकिन हर तरीका आसान नहीं होता है.
-कई लोग किसी बिंदू पर ध्यान केंद्रित करके मेडिटेशन करने की कोशिश करते हैं लेकिन लगातार किसी बिंदू को देखते रहने से सिरदर्द होने लगता है.
-कई लोग जलती हुई मोमबत्ती की लौ को देखकर ध्यान लगाने की कोशिश करते हैं लेकिन ज्यादा देर तक मोमबत्ती की लौ को देखना आसान नहीं होता.
-कई ऐसे हैं जो खुले आसमान के नीचे बैठकर सूरज को देखकर ध्यान लगाने की कोशिश करते हैं लेकिन सूरज पर ध्यान केंद्रित करना हर किसी के बस की बात नहीं है.
-ज्यादातर लोग अपनी दोनों भौहों के बीच ध्यान केंद्रित करते हुए मेडिटेशन करते हैं लेकिन वो ज्यादा देर तक मेडिटेशन नही कर पाते क्योंकि उनका ध्यान भटकने लगता है.
अगर आप वाकई अपने मेडिटेशन को आसान बनाना चाहते हैं तो बस आपको अपने मस्तिष्क को अपनी नाक पर केंद्रित करना होगा, और अपनी सांसों को महसूस करते हुए ध्यान की मुद्रा में जाना होगा. इससे आप अपने मेडिटेशन को आसान बना सकते हैं.
मेडिटेशन करने का आसन तरीका —
मेडिटेशन यानि ध्यान कोई भी इंसान एक ही बार मे आसानी से नहीं कर पाता. इसलिए पहले दिन करके ही हिम्मत न हारे. बार-बार इस क्रिया को दोहराने के बाद ही आपका ध्यान किसी एक चीज पर केंद्रित होगा और धीरे-धीरे इसके फायदे दिखने लगेंगे.
1- एक आरामदायक और शांत जगह को चुने, जहां शोर-शराबा न हो ताकि आप आराम से बैठ सकें. आप पलथी मारकर बैठ सकते है या फिर कुर्सी पर बैठे-बैठे भी ध्यान लगा सकते हैं.
2- आंखे बंद करे और हो सके तो अपने कानों पर ईयर प्लग लगा लें. ईयर प्लग की जगह आप रूई का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
3- धीरे-धीरे, आराम से और गहरी दस लंबी सांस ले और उसी तरह आराम से छोड़ें. सांस छोड़ते समय दस से एक की उल्टी गिनती गिने, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि सिर्फ सांस छोड़ते समय ही गिनती गिने.
4- फिर धीरे धीरे आप अपने मन अपने नथुनों के पास ले आईये और अपनी सासों पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकते है. साँसों के अन्दर जाने को और बाहर आने को महसूस करते रहिये. अगर ध्यान भटक जाए तो वापस साँसों पर ले आईये. सिर्फ अपनी सासों पर ही अपना ध्यान दें, जिसकी वजह से आपका ध्यान सिर्फ एक चीज पर फोकस रहेगा.
5- अपनी सोच को भटकने न दें. जो हो रहा है उसे होने दें और सिर्फ उसी पर ध्यान दें. ये प्रक्रिया 20-25 मिनट तक करते रहें. इससे आपका ध्यान बाहरी चीजों से हटकर सिर्फ सांस पर केंद्रित होगा.
इस तरह से आप मेडिटेशन जैसे सबसे मुश्किल काम को आसान बना सकते हैं और ध्यान लगाकर अपने मन और मस्तिष्क में नई ऊर्जा भर सकते हैं.