महान…
इस शब्द का मतलब है एक ऐसा इंसान जिसे सब बेहद प्यार करे, जिसकी समाज में इज्जत हो, जिसके बातो को लोग माने और उससे बात करने की सभी की इच्छा हमेशा रहे.
इस दुनिया में सभी प्रकार की जाने सांस ले रही है, उनमे प्राणी भी शामिल है. लेकिन ये जग सही तरीके से चल सके इसलिए ईश्वर ने इंसान को बनाया.
चुकिं महान व्यक्ति ही सभी (मनुष्य, पशु, पक्षी) का भला सोच सकता है इसलिए ईश्वर ने इंसान को महान बनाया.
ईश्वर ने इंसान को दिमाग भी दिया, जिसका इंसानों ने गलत फायदा भी उठाया. अब हालात ऐसे हुए है कि लोभ-लालच के चक्कर में मनुष्य अपनी महानता खो बैठा है.
इसलिए हमारा मानना है कि ईश्वर जहां भी है बेहद दुखी है, क्योकि इंसानियत ख़त्म होती जा रही है.
लेकिन आपको जानकर खुशी होगी कि हम दोबारा महान बन सकते है. बस ज़रूरी है हमारी कुछ ख़ास बातों पर अमल करना.
हम आपसे किसी पंडित या बाबा के पास जाकर प्रवचन सुनने को नहीं कह रहे है. हम आपसे बस इतना कहना चाहते है कि, कुछ शब्द है, जिन्हें आपको दिनभर इस्तमाल करते रहना है.
उदाहरण के तौर पर आप इन शब्दों का प्रयोग जरुर करें.
‘’धन्यवाद – अच्छे दिख रहे हो – आपने अच्छा काम किया है – माफ़ कीजिए – आपके पिता कैसे है – सब बढियां है ना – कैसा चल रहा है – आपका स्वास्थ कैसा है – प्रणाम – नमस्ते – गुड मॉर्निंग – गुड नाईट – गुड इवनिंग… ’’ जैसे वो सारे शब्द बोलिए जो सभी को सुनने में अच्छा लगता है.
कहने के लिए ये बहोत छोटी बात है, पर इमानदारी से सोचिए ! क्या आप ऐसा करते है ?
अगर हां ! तो यकीनन आप महान इंसान है… और अगर नहीं ! तो आज से ही बल्कि अभी से ही हमारी बातों पर अमल करें.
सच मानिए लोगो को अपनी तारीफ़ सुनना बहोत पसंद है. वैसे इन शब्दों के प्रयोग करने में हर्ज़ ही क्या है. इस भागती दौडती ज़िन्दगी में किसी का हाल पूछ लेना, किसी की तारीफ़ कर देना महानता ही तो है.
आप बाताइए आप की राय क्या है… ?