6) ईमानदार रहिये
सच्चाई और ईमानदारी से हर रिश्ता ठोस बनता है, ज़्यादा समय तक चलता है| माँ-बाप से भी घबराईये मत, डरिये मत, बस अपनी बात उनसे कहने का तरीका सही चुनिए| कोई गलती हो जाए तो भी उन्हें बता दीजिये, आप क्या महसूस कर रहे हैं, वो भी उनसे बाँटिये! माफ़ी मांगिये और कोशिश कीजिये दोबारा उनका भरोसा जीतने की| आपके माँ-बाप हैं, दुश्मन नहीं जो आपकी ग़लती के लिए आपको फाँसी पर लटका देंगे!
ज़रा इन क़दमों पर चलके तो देखिये, आपके नए दोस्त आपकी ज़िन्दगी में धूम मचा देंगे!