2) दोस्तों की तरह ट्रीट कीजिये
याद रखिये, आपके माँ-बाप भी आपको अपना दोस्त बनाना चाहते हैं लेकिन आपके बड़े होते-होते कुछ दूरियाँ ऐसा होने नहीं देतीं| तो अब भी कौन सी देर हुई है, आप उनके साथ दोस्तों जैसा व्यवहार कीजिये! जैसे दोस्तों के दिल का हाल जानते हैं, वैसे ही माँ-बाप के दिल का हाल जानिये, उनसे बातें कीजिये, लेकिन रिश्ते की मर्यादा में रहकर!