5) भिखारियों के साथ पार्टी
अब दोस्तों के साथ तो हर साल पार्टी करते हो| क्यों ना इस साल अपने एरिया के जितने भी ग़रीब, भिखारी या नीचे के तबके के लोग हैं, उन्हें इकट्ठा कर लिया जाए और पार्टी की जाए उनके साथ, किसी बड़े रेस्टोरेंट या क्लब में? भलाई की भलाई, अख़बार में नाम जो छपेगा उसके फ़ायदे अलग! और मस्ती तो होगी ही!