रामनवमी भगवान राम जी का पर्व है, यह चेत्र मास के शुक्ल पक्ष से शुरू होता है और उसके आठ दिन बाद ही चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी को एक पर्व राम जन्मोत्सव का मनाया जाता है.
सवाल है कि क्या राम नवमी के मौके पर, राम लल्ला भूमि में राम जी किसी बात का इंतज़ार कर रहे हैं?
राम जन्म भूमि या बाबरी मस्जिद ?
हिन्दू इतिहास में यह लिखा गया है कि चौदहवी शताब्दी तक विभिन्न आक्रमणों के बाद भी राम जन्मभूमि का अस्तित्व बचा रहा. हालाँकि आठवी शताब्दी से मुस्लिम लुटेरों का भारत पर आक्रमण शुरू हो गया था लेकिन तब हिन्दू एकजुट थे.
मुस्लिम इतिहास के अनुसार- 1528 बाबर के सिपाहसालार ने अयोध्या में एक मस्जिद का निर्माण करवाया, लेकिन एक लोगों के बीच में यह प्रचलित है कि मस्जिद बाबर ने बनवाई थी जिसके कारण इसे बाबरी मस्जिद कहा जाने लगा।
अदालत ने पूरी विवादित जमीन और सरकार द्वारा अधिग्रहित 70 एकड़ जमीन को तीन हिस्सों में विभाजित करने का आदेश दिया. कोर्ट के आदेश के अनुसार जमीन को तीन हिस्सों में सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला पक्ष को बराबर बांट के उसका हक़ दिया जाना था. लेकिन हाईकोर्ट के इस फैसले पर रोक लगा दी है.
क्या राम मंदिर का निर्माण हो पायेगा ?
कोर्ट ने राम लल्ला जन्म भूमि पर अपना फैसला सुना दिया है. वहीँ हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है. लेकिन सवाल एक ही है कि अब और कितना टाइम लगेगा, एक निश्चित फैसले को आने में?
जल्द से जल्द फैसला क्यों नहीं दिया जा रहा है, क्या अभी 20 साल का समय और लगेगा फैसला आने में?
और सवाल यह नहीं है कि फैसला हिन्दू पक्ष में ही दिया जाए, सत्य जो भी है, वह सामने आये और देश उसका आदर करे.