जानवरों की आबादी – धरती पर इंसानों को सबसे ज्यादा शक्तिशाली बताया गया है।
इनके पास सब कुछ करने की पॉवर होती है और इनके बाद आते हैं जानवर। जी हां, धरती पर इंसान के बाद जानवर ही सबसे शक्तिशाली और या यूं कह लीजिए कि इंसानों के बाद समझे जाते हैं।
दुनिया में इंसानों की आबादी लगभग 7.6 अरब है और रोजाना दुनिया में करीब 3 लाख 53 हजार बच्चे पैदा होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि जानवरों की आबादी कितनी है? एक दिन में कितने जानवर धरती पर जन्म लेते हैं। हर जीव सेक्स के ज़रिए नई पीढ़ी को जन्म देता है। परिंदें हों, मधुमक्खियां हों, मक्खिंयां हो, शेर, कुत्ते या फिर सियार। हर जानवर विपरीत लिंगी के साथ संबंध बनाकर बच्चे पैदा करता है।
अगर गौर करें तो जानवरों का तंत्रिका तंत्र और काफी चीज़ें इंसानों जैसी ही होती हैं। उसमें सूझ-बूझ भी इंसानों की तरह ही होती है। जैसा कि हमने आपको बताया कि इंसानों के 3 लाख से भी ज्यादा बच्चे जन्म लेते हैं वो भी रोज़, उसी तरह जानवरों के बच्चे भी रोज़ जन्म लेते हैं। लेकिन अगर जानवरों के बच्चों की संख्या इंसानों से ज्यादा हो जाए तो वो मनुष्य जाति पर राज कर सकते हैं।
जी हां, ये सच है कि जिसकी आबादी ज्यादा होगी वो राज करेगा और जानवरों के बच्चे पैदा तो होते हैं लेकिन लंबे समय तक जी नहीं पाते हैं और शायद इसी वजह से वो मनुष्य जाति पर राज करने से चूक गए हैं।
आइए इस तथ्य पर थोड़ा प्रकाश डालते हैं।
दुनियाभर में खरगोश सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करता है और सिर्फ ब्रिटेन में पाए जाने वो जंगली खरगोशों की बात करें तो रोज उनके 19 लाख 17 हजार 808 बच्चे होते होंगें। अगर ये सारे बच्चे जिंदा बच जाएं तो सोचिए क्या होगा। जानवरों की आबादी बढ़ जाएगी – अच्छी या बुरी बात कह लीजिए कि खरगोशों के इन बच्चों में से ज्यादातर वयस्क होने से पहले ही मर जाते हैं। खरगोश तो कमोबेश हर देश में पाए जाते हैं।
वहीं हम्बोल्ट पेंगुइन की बात करें तो वो एक बार में दो अंडे देता है और एक जोडा एक साल में कई बार अंडे देता है। हालांकि, इन सभी अंडों से बच्चे पैदा नहीं होते हैं। हर साल 14 हजार 400 हमबोल्ट पेंगुइन पैदा होते हैं।
अब ज़रा आप इस बात पर गौर कीजिए कि अगर एक जानवर की नस्ल के ही इतने सारे बच्चे सालभर में पैदा हो जाते हैं तो इनकी संख्या कितनी ज्यादा होगी। वो तो अच्छा है कि जानवरों की उम्र ज्यादा लंबी नहीं होती वरना जानवरों की आबादी हम इंसानों की सत्ता को खत्म कर सकते थे।
जी हां, जिसकी आबादी ज्यादा होगी, उसी का राज होगा और अभी इंसनों की आबादी जानवरों की आबादी से ज्यादा है और शायद यही वजह है कि इंसान धरती पर राज कर रहे हैं और कहीं ना कहीं जानवरों पर भी।
हालांकि, जानवरों और इंसानों का बहुत सरल रिश्ता है और इसमें प्रेम भी है लेकिन फिर भी जानवर हम इंसानों के अधीन हैं और मनुष्य जाति के लिए यही अच्छा है। अगर ऐसा ना होता शायद हम पर जानवरों का हुकूम होता।