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मुंबई में एक बैचलर की कहानी! ऐसी होती है ज़िन्दगी!

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3) अगर अकेले लिया है घर किराए पर तो अड़ोसी-पड़ोसियों की मदद लो चिट्ठी-कूरियर लेने के लिए जो आपके पीछे से इतना ध्यान तो रख सकें! और अगर घर में प्लंबिंग या बिजली का काम करवाना है तो इंतज़ार करो कि कब छुट्टी होगी ऑफ़िस की और यह काम हो पाएँगे!

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